सहरसा में 21.79 करोड़ रुपये की लागत से बने मॉडल अस्पताल की गुणवत्ता पर सवाल उठ गए हैं। 2 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन किए गए 102 बेड वाले इस अस्पताल की पहली मंजिल पर स्थित सर्जिकल वार्ड की छत से पानी का रिसाव शुरू हो गया है। बिना बारिश के हो रहा रिसाव, मरीज परेशान यह घटना शुक्रवार को सामने आई, जिससे सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजन काफी परेशान हैं। हैरानी की बात यह है कि यह रिसाव बिना बारिश के हो रहा है, जो निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाता है। धमसैनी गांव निवासी कन्हैया कुमार, जो सड़क हादसे में घायल होने के बाद पिछले 12 दिनों से यहां इलाजरत हैं, ने बताया कि छत से लगातार पानी टपक रहा है, जिससे उनकी बेडशीट भी भीग जा रही है। उन्हें और अन्य मरीजों को बार-बार अपना बेड बदलना पड़ रहा है। उन्होंने आशंका जताई कि यह रिसाव छत पर लगी पानी की टंकी से हो रहा है। सर्जिकल वार्ड में अपने पति के साथ भर्ती सुलेखा देवी ने अस्पताल निर्माण में गुणवत्ता से समझौता करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद छत से पानी टपकना स्पष्ट रूप से लापरवाही और भ्रष्टाचार को दर्शाता है, जिससे मरीजों की सेहत और सुरक्षा दोनों खतरे में हैं। इस मामले पर सहरसा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एस.एस. मेहता ने बताया कि छत पर लगी पानी की टंकी के फूट जाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि टंकी को बदला जा रहा है और जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। हालांकि, करोड़ों की लागत से बने इस अत्याधुनिक मॉडल अस्पताल की यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग और निर्माण एजेंसी की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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