पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों के लिए साल 2026 सपनों को साकार करने का समय लेकर आने वाला है। आप अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए अपना शत प्रतिशत योगदान देंगे और इस साल अपना एक अच्छा मकान बना पाएंगे। कैरियर हो या परिवार हो रिश्ते सभी में आपको इस साल अच्छे परिणाम मिलेंगे। सप्तम भाव में पूरे साल शनि का गोचर साल के अंत तक राहु छठे भाव में और साल की शुरुआत में 10वें भाव में बृहस्पति आपको सफलता देंगे। साल के पूर्व भाग में आपकी धार्मिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी और आस्था बढ़ेगी। घर में पूजा पाठ ज्ञान से संबंधित गतिविधियां अधिक होगी। पारिवारिक संबंध अनुकूलता की ओर बढ़ेंगे। साल के दूसरे भाग में कुछ चुनौतियां रहेंगी। साल के आरंभिक समय में गुरु मिथुन राशि में होते हुए कर्म भाव को प्रभावित करते हैं। इसके बाद जून माह के आरंभिक समय में ही गुरु कर्क राशि के ग्यारहवें भाव में चले जाएंगे और लाभ पर असर करेंगे। अक्टूबर के अंतिम भाग में गुरु महाराज तेज गति को अपनाते हुए सिंह राशि में चले जाएंगे और द्वादश भाव पर असर डालने लगेंगे। मंगल का प्रभाव शुरुआती समय में धनु राशि से होते हुए साल के अंतिम पड़ाव में भी धनु पर ही अपनी यात्रा को समाप्त करेंगे जो सामान्य चाल से चलते हुए आपको प्रभावित कर सकते हैं। सूर्य, बुध और शुक्र की स्थिति हर माह के दौरान अपने हर राशि को प्रभावित करने वाली रहेगी। शुक्र और बुध का वक्री होना या अस्त होना आपके जीवन के कई पहलुओं पर असर डालने वाला होगा। साल के शुरुआती दौर में शनि और बृहस्पति की दृष्टि का प्रभाव चतुर्थ भाव पर आपके परिवार के लिए बहुत शुभ है। चतुर्थ भाव घर, परिवार, संपत्ति और माता का स्थान होता है और इन दोनों ग्रहों का मिलाजुला प्रभाव आपके घर में प्रेम को बढ़ाने वाला, संपत्ति का सुख दिलाने वाला और शांतिपूर्ण स्थिति को देने में सहयोग कर सकता है। इस समय आप कुछ वाहन संपत्ति या कुछ अन्य वस्तुओं की खरीद फरोख्त कर सकते हैं। परिवार में किसी प्रकार की अशांति या विवाद की संभावना कम रहेगी। घर के लोग एक-दूसरे के साथ सहयोग देने वाले और मिलजुल कर काम करने में आगे रह सकते हं। घर में कुछ सुखमय वातावरण बना रहेगा। घर के साथ-साथ, समाज में भी आपका प्रभाव बढ़ेगा। वर्ष के पहले भाग में समाज में आपकी प्रतिष्ठा और मान-सम्मान में वृद्धि होगी। बृहस्पति का शुभ प्रभाव आपके तृतीय भाव पर रहेगा, जो सामाजिक संपर्क, सहयोग और नेटवर्किंग का प्रतीक है। इससे आपको अपने समाज में अधिक सम्मान मिलेगा और आप अपने सामाजिक दायित्वों को सही तरीके से निभा सकेंगे। आप समाज में सक्रिय रूप से भाग लेंगे और अपने कार्यों से दूसरों की मदद करेंगे। समाज में आपकी पहचान और स्थिति मजबूत होगी, और लोग आपकी सलाह और विचारों को महत्व देंगे। इस समय आपके लिए सामाजिक कार्यों में शामिल होने, किसी अच्छे कार्य में योगदान देने और समाज के कल्याण के लिए कुछ करने के अवसर मिल सकते हैं।
कैरियर
ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि इस वर्ष नौकरी करने वाले लोगों के लिए स्थिति अच्छी रहेगी। विशेष रूप से लाभ के अवसर भी होंगे जिससे इनकम में बढ़ोत्तरी का सुख मिल सकता है। गुरु के दसवें भाव में स्थित होने से आपको अपनी मेहनत का सही फल मिल पाएगा। दशम भाव कॅरियर, प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा का भाव होता है और विस्तार शुभता के स्वामी गुरु का यहां स्थित होना नौकरी और कार्यक्षेत्र में उन्नति के संकेत देता है। आप जो भी कोशिश करेंगे उस पर आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। लेकिन कुछ मामलों में जब कार्य क्षेत्र के भाव स्वामी की स्थिति वक्री होगी तब कुछ स्थानों में रोक भी बनेगी या फिर मेहनत में वृद्धि का समय होगा लेकिन बुध ग्रह का प्रभाव जब भी अपनी मजबूत स्थिति में होगा ये बेहतरीन परिणाम देने वाला होगा। संचार या कारोबार से जुड़े लोग जैसे मीडिया, वस्त्र उद्योग, फैशन और एंटरटेनमेंट कम्युनिकेशन के कामों में पदोन्नति के अवसर मिल सकते हैं या आप किसी नई भूमिका में नियुक्त हो सकते हैं। किसी नई नौकरी या काम की तलाश में होंगे तो इस वर्ष सफलता मिल सकती है। बृहस्पति का प्रभाव आपके लिए नए अवसर लाएगा, और आपको बेहतर नौकरी के प्रस्ताव प्राप्त हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यदि आप किसी कंपनी में कार्यरत हैं, तो इस वर्ष आपके कार्यों को उच्च अधिकारियों द्वारा सराहा जाएगा, जिससे आपकी स्थिति मजबूत होगी। मई जून के बाद शनि देव और गुरु का मिलाजुला असर सप्तम भाव पर पड़ेगा, जो पार्टनरशिप, सहयोग और साझेदारी में सफलता का प्रतीक बन सकता है। इससे आपके काम काज में दूसरों के साथ सहयोग और समर्थन प्राप्त होगा, खासकर उच्च अधिकारियों और वरिष्ठ व्यक्तियों से। इस समय में आपके लिए यह बहुत महत्वपूर्ण होगा कि आप अपने सहयोगियों और उच्च अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें। कन्या राशि के लोगों को साल 2026 में बिजनेस और कैरियर में अच्छे परिणाम मिलेंगे। नौकरी करने वाले लोगों को भी अच्छे पद की प्राप्ति हो सकती है। इस वर्ष आपके स्थान परिवर्तन के योग भी बनेंगे और दूसरी नौकरी प्राप्त होने की स्थिति बनेगी। नौकरी में स्थिति अच्छी होने से आपको अच्छी इन्कम होगी। वर्कप्लेस पर आपको बृहस्पति की वजह से पॉजिटिव रिजल्ट मिलेंगे। फैशन एंटरटेनमेंट, मीडिया, वस्त्र उद्योग, कम्युनिकेशन, काउंसलिंग और सर्विस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को बहुत ज्यादा तरक्की मिलेगी और आप अपनी भूमिका में आगे बढ़ेंगे। अगर आप किसी दूसरी नौकरी की तलाश कर रहे हैं या बेरोजगार है। यदि आप नौकरी ढूंढ रहे हैं, तो इस वर्ष आपको अच्छी सफलता मिलेगी। साल के मध्य में बृहस्पति का 11वें भाव का गोचर आपको अत्यधिक सफलता दिलाएगा।
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आर्थिक स्थिति
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों को साल 2026 में आर्थिक रूप से समृद्धि देखने को मिलेगी। धन को लेकर थोड़ी स्थिरता भी आएगी और आय के स्रोतों में निरंतर बढ़ोतरी आपको सफलता देगी। परिवार का सपोर्ट भी आपके धन प्राप्ति की राह में मददगार बनेगा। सप्तम भाव में शनि छठे भाव में और राहु साल की शुरुआत में दसवें घर का बृहस्पति आपको आपके काम में तरक्की देगा, जिससे धन प्राप्त होने लगेगी। साल के बीच में जब बृहस्पति का गोचर 11वें घर में होगा, तो आपकी इन्कम बढ़ती चली जाएगी। बैंकों में जमा धनराशि पर अच्छा ब्याज मिलेगा। सेविंग स्कीम से लाभ मिलेगा। स्टॉक मार्केट से बेनिफिट देखने को मिलेंगे। आपकी इच्छा पूर्ति होगी। सोसाइटी में आपका स्टेटस बढ़ेगा। आप अच्छा खाने-पीने के शौकीन बनेंगे और नेटवर्किंग का बहुत फायदा मिलेगा, लेकिन किसी को अपना धन उधार देने से बचना अच्छा होगा, नहीं तो वह नुकसानदायक रहेगा। साल के बीच में कोई लोन लेना चाहते हैं, तो उसमें सफलता मिलेगी और उससे आपकी इच्छाएं पूरी होगी। साल के बीच में ही खर्च भी ज्यादा बढ़ेंगे। आप अपनी भौतिक सुख सुविधाओं पर ज्यादा खर्च कर देंगे, जिस पर ध्यान देना आपके लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण होगा, लेकिन यह खर्च सामाजिक तौर पर आपको लाभ पहुंचाएंगे और साल के अंतिम महीनो में धन की स्थिति सुधर जाएगी। इस वर्ष आपको आय के स्रोतों में निरंतरता और कुछ खास अवसरों का लाभ मिल सकता है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। ग्रहों के गोचर और उनकी स्थिति आपके धन से जुड़े मामलों में सहायक सिद्ध होंगे। साल की शुरुआत आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से अनुकूल रह सकती है। इस समय परिवार का सहयोग भी मिलेगा कुछ महंगी वस्तुओं की खरीद भी कर सकते हैं अथवा किसी वस्तु से मुनाफा भी हो सकता है। संपत्ति में पैसा लगाना आर्थिक लाभ दिलाने वाला होगा। शेयर मार्किट या रियल एस्टेट में शामिल होकर कुछ लाभ की प्राप्ति होगी। पहले कुछ महीने आपके लिए अच्छे अवसर लेकर आएंगे जो आपकी बैंक में जमा धन राशि को मजबूती देंगे। इस समय बृहस्पति की दृष्टि आपके दूसरे और चौथे भाव पर होने के कारण आय में वृद्धि के साथ-साथ भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति का संकेत देती है। आपको इस समय भूमि, भवन, वाहन, रत्न और आभूषणों की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही, किसी संपत्ति के संबंध में निवेश करने का भी योग बन सकता है, जिससे आपको लंबे समय में लाभ होगा। आपके पास नए आर्थिक अवसर आएंगे, जिससे आपकी आय में वृद्धि होगी। आप अपने काम में अधिक मेहनत करेंगे और इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेंगे। इस समय आपके पास अपने खर्चों को संभालने का पर्याप्त साधन होगा, और आप महंगी या अच्छी वस्तु का आनंद लेने में सक्षम होंगे। सुख-सुविधाओं पर खर्च बढ़ने की संभावना है, इसलिए आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी ताकि आप आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकें।
परिवार
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि वालों के पारिवारिक जीवन के लिए वर्ष 2026 सामान्य रहेगा। इस अवधि में किसी बड़े ग्रह का नकारात्मक प्रभाव दूसरे भाव पर नहीं होगा। वहीं, दूसरे भाव के स्वामी शुक्र साल के अधिकांश समय आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे जबकि बृहस्पति साल की शुरुआत से लेकर 02 जून तक दशम भाव में बैठकर अपनी पंचम दृष्टि से दूसरे भाव को प्रभावित करेंगे। ऐसे में, यह पारिवारिक जीवन में सौहार्द और सामंजस्य को बढ़ाने का काम करेंगे। साथ ही, 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर तक गुरु ग्रह पारिवारिक जीवन समेत सभी मामलों में आपको शुभ फल प्रदान करेंगे। इसके बाद यानी कि 31 अक्टूबर के बाद की अवधि में गुरु देव की स्थिति आपका सहयोग नहीं कर पाएगी इसलिए इस समय आपको सावधानी बरतनी होगी। हालांकि, दूसरे भाव पर लंबे समय तक किसी अन्य पापी ग्रह का प्रभाव नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में, आपको पारिवारिक जीवन में वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अच्छे परिणाम दे सकता है और किसी बड़ी समस्या के योग नहीं हैं। शनि की दशम दृष्टि पूरे वर्ष आपके चतुर्थ भाव पर रहेगी जो गृहस्थ जीवन में समस्याएं पैदा कर सकती है। सप्तम भाव में शनि का गोचर चतुर्थ से चतुर्थ भाव में होता है। ऐसे में, यह स्थिति संकेत कर रही हैं कि गृहस्थ जीवन में कुछ परेशानियां बनी रह सकती हैं। हालांकि, चतुर्थेश बृहस्पति इस साल के ज्यादातर समय चतुर्थ भाव की रक्षा करने का प्रयास करेंगे क्योंकि साल की शुरुआत में बृहस्पति सप्तम दृष्टि से चतुर्थ भाव पर दृष्टि डालेंगे। वहीं, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच चतुर्थेश बृहस्पति उच्च अवस्था में होंगे और इसके बाद गुरु ग्रह पंचम दृष्टि से चतुर्थ भाव को देखेंगे। कन्या राशि के विवाह योग्य जातकों के लिए वर्ष 2026 ठीक-ठाक रहेगा। लेकिन इस साल में कुछ महीने ही आपके लिए फलदायी रहेंगे। विवाह भाव के स्वामी शुक्र ग्रह 02 जून 2026 से लेकर 31 अक्टूबर 2026 तक उच्च अवस्था में लाभ भाव में रहेंगे। ऐसे में, यह शादी-विवाह से जुड़े मामले को आगे बढ़ाने में सहायक साबित होंगे। वहीं, सप्तम दृष्टि से गुरु ग्रह के पंचम भाव को देखने की वजह से सगाई के योग बन सकते हैं। बता दें कि पंचम भाव में मकर राशि होती है और मकर राशि के साथ बृहस्पति देव के संबंध अच्छा नहीं माने गए हैं। ऐसे में, आपको सगाई के बाद विवाह को लंबे समय तक टालने से बचना होगा, बल्कि चट मंगनी पट ब्याह की कोशिश करनी होगी, तब ही आपको अच्छी सफलता मिल सकती है।
प्रेम-रोमांस
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों की लव लाइफ शुरुआत में थोड़ी ठंडी और नीरस रहेगी। साल के पहले भाग में कुछ मुश्किल सामने आ सकती हैं, लेकिन तीसरे चौथे महीने में रिश्ते में सुधार दिखेगा, जो आपकी लव लाइफ को सुलझाएगा। बृहस्पति का गोचर आपकी लव लाइफ के लिए सबसे अच्छे परिणाम लेकर आएगा और आपकी लव मैरिज भी करा सकता है। साल के बीच से लेकर अंतिम महीनो तक बृहस्पति की कृपा आपके लव रिलेशन को मजबूत बनाएगी। आपके प्रियजन से आपको प्रेम के साथ-साथ अच्छा सपोर्ट और अंडरस्टैंडिंग देखने को मिलेगी। इसी दौरान आपकी लव मैरिज के योग भी बनेंगे। कुंवारे लोगों का विवाह इस साल हो सकता है। दांपत्य जीवन के नजरिए से साल की शुरुआत थोड़ी धीमी होगी और शुरुआती 2 महीनों में कुछ समस्याएं सामने आएंगी, लेकिन साल के बीच तक वह स्थितियां ठीक हो जाएगी। रिश्ते में शुभता आएगी और आपकी लाइफ पार्टनर से आपकी अंडरस्टैंडिंग देखने को मिलेगी। कन्या राशि वालों का प्रेम जीवन वर्ष 2026 में औसत रहेगा। अगर आप सीमाओं में रहकर अपना रिश्ता निभाएंगे और बेकार की जिद से बचेंगे, तो यह समय और भी बेहतर बन सकता है। पंचम भाव के स्वामी शनि सप्तम भाव में रहेंगे और सप्तम भाव में शनि की उपस्थिति को शुभ नहीं माना जाता है। लेकिन, पंचमेश का सप्तम भाव में जाना दर्शाता है कि प्रेम विवाह के इच्छुक जातक प्रयास करने पर सफल हो सकते हैं। वहीं, जो लोग अपने रिश्ते को लेकर गंभीर हैं और आगे की जिंदगी साथ में बिताना चाहते हैं, शनि देव उनकी सहायता कर सकते हैं। इसके विपरीत, जो लोग प्यार को लेकर गंभीर नहीं हैं, उनके रिश्ते में खटास आ सकती है। पंचमेश का अपने से तीसरे भाव में गोचर पुराने साथी से आपका रिश्ता टूटने की तरफ संकेत करता है और कोई नया शख़्स आपके जीवन में दस्तक दे सकता है। हालांकि, यह सब उतनी आसानी से नहीं होगा, जितना आप सोच रहे हैं क्योंकि आपको विवादों और समस्याओं के बाद नए साथी का साथ मिलेगा। आपके प्रेम जीवन की बागडोर शनि महाराज के हाथ में होगी इसलिए अपने रिश्ते के प्रति गंभीर बने रहें। वहीं, सप्तम भाव के स्वामी बृहस्पति की कृपा 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर तक आप पर प्रत्यक्ष रूप से बनी रहेगी। इस दौरान आपका रिश्ता सही दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके बाद, गुरु ग्रह की स्थिति कमज़ोर हो जाएगी।
शिक्षा
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए साल 2026 मेहनत, लगन और समर्पण का साल रहेगा। आपको अपनी पढ़ाई और प्रतियोगिताओं में इस साल फोकस और कड़ी मेहनत की जरूरत होगी। बीच-बीच में ऐसा भी हो सकता है कि आप थकावट महसूस करें या मन पढ़ाई से हटे, लेकिन ऐसे समय में थोड़ा ब्रेक लें और फिर से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें। जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें खासतौर पर ज्यादा मेहनत करनी होगी। किसी से कोई मदद या शॉर्टकट की उम्मीद करना नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए खुद पर भरोसा रखें और अपनी तैयारी ईमानदारी से करें। इसके साथ ही, इस साल लापरवाही से बचना बहुत जरूरी रहेगा। किसी छोटी सी गलती या ध्यान भटकने से आपके अच्छे रिजल्ट पर प्रभाव पड़ सकता है। कभी-कभी आप अपनी क्षमता को कम आंक सकते हैं या फिर ज़रूरत से ज्यादा आत्मविश्वास में आ सकते हैं, दोनों ही स्थितियां आपके लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं। शिक्षा की दृष्टि से वर्ष 2026 कन्या राशि वालों के लिए सामान्य तौर पर औसत से बेहतर रहेगा। हालांकि, आपका स्वास्थ्य अच्छा होने पर आप मन लगाकर पढ़ाई करने का प्रयास करेंगे, तो आप इस साल को शिक्षा की दृष्टि से बेहतर बना सकेंगे। आपके चतुर्थ भाव के स्वामी बृहस्पति देव जो उच्च शिक्षा के कारक ग्रह भी हैं, वह साल की शुरुआत में करियर भाव में बैठकर चतुर्थ भाव पर दृष्टि डालेंगे। ऐसे में, पेशेवर कोर्स की पढ़ाई करने वाले छात्रों को अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है, तब ही वह सफलता प्राप्त करने में सक्षम होंगे। हालांकि, इन छात्रों को साल की शुरुआत से 02 जून तक शिक्षा में अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है जबकि 02 जून से लेकर 31 अक्टूबर की अवधि में गुरु ग्रह की मज़बूत स्थिति शिक्षा के लिए बहुत अच्छी कही जाएगी। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति कमज़ोर रहेंगे। लेकिन द्वादश भाव में गुरु देव के बैठे होने के कारण यह अवधि घर से दूर रहकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों, विशेषकर विदेश में पढ़ाई करने वालों के लिए सकारात्मक रहेगी। ऐसे में, अगर यह छात्र मन लगाकर पढ़ाई करने का प्रयास करेंगे, तो अच्छा प्रदर्शन करने के साथ-साथ सफलता भी प्राप्त कर सकेंगे। अगर पंचम भाव के स्वामी शनि की स्थिति को देखें तो, पंचमेश शनि बृहस्पति की राशि में और अपने से तीसरे भाव में विराजमान होंगे। इनकी यह स्थिति अनुकूल कही जाएगी। बता दें कि शनि ग्रह मेहनत के बाद ही परिणाम देते हैं, तो ऐसे में, मेहनती छात्रों को शिक्षा में सफलता मिलने की संभावना है। साल की शुरुआत से लेकर 20 जनवरी 2026 तक शनि ग्रह बृहस्पति के नक्षत्र में रहेंगे। ऐसे में, यह अवधि आपको सकारात्मक परिणाम देने का काम करेगी।
स्वास्थ्य
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि कन्या राशि के लोगों को साल 2026 में सेहत को लेकर ज्यादा चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होगी, क्योंकि यह साल आपके लिए उत्तम स्वास्थ्य की स्थिति को दर्शा रहा है। आपके छठे भाव में राहु का प्रभाव होने के कारण आपको रोगों से लड़ने की क्षमता मिलेगी, लेकिन आप खुद अपनी गलतियों और अपनी लापरवाही से बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। आपको अपनी मानसिक स्थिति पर ध्यान देना होगा, क्योंकि वही आपको परेशान कर सकती है। पेट के निचले हिस्से से जुड़े रोग ज्यादा परेशान कर सकते हैं। वर्ष की शुरुआत में स्वास्थ्य सामान्य दिखाई देता है, लेकिन मानसिक तनाव बढ़ा हुआ रहेगा। छाती अथवा गले में कोई समस्या हो सकती है। मौसमी बीमारियों से बचने के लिए आपको अपनी सेहत पर ध्यान रखना होगा। कन्या राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य के मामले में ये समय अपने बेहतरीन स्तर को दिखा सकता है। छठे भाव का राहु रोगों से लड़ने की मजबूत क्षमता देगा। लेकिन रोग भाव का स्वामी आपकी राशि को देखते हुए कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को देने की कोशिश करेगा तो कुल मिलर चीजें आपके सामने मिले जुले असर तो देने वाली होंगी लेकिन साथ ही में आप का बचाव भी संभव हो पाएगा। इस वर्ष आपको अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। शुरुआत से ही शनि आपके लग्न को देखेगा जो सुस्ती और धीमी गति से काम करने की प्रवृत्ति को दे सकता है, वहीं पेट के निचले हिस्से से जुड़े रोग असर दिखा सकते हैं लेकिन कुछ समय के बाद आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा, फिर भी वर्ष की शुरुआत और मध्य में आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वर्ष की शुरुआत को अगर देखें तो इस समय आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, लेकिन मानसिक संतुष्टि की कमी महसूस हो सकती है। इस समय छाती या गले से संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं। शुगर या त्वचा के विकार अपना असर दिखा सकते हैं। मानसिक तनाव और मानसिक चिंताओं से प्रभावित हो सकते हैं, जिससे आपकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ेगा। खासकर, वर्ष के पहले भाग में शनि की दृष्टि आपके लग्न पर होने के कारण मौसम जनित बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इन बीमारियों में मौसमी बुखार, जुकाम, खांसी या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, आपको इस समय मानसिक तनाव और सुस्ती का अनुभव भी हो सकता है, जो आपके सामान्य स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। यदि आप ज्यादा चिंतित रहते हैं या अपने काम के दबाव में रहते हैं, तो आपको मानसिक थकावट और ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए आपको अपनी दिनचर्या को बेहतर बनाना होगा और मानसिक शांति के लिए योग, ध्यान या आरामदायक समय बिताने की कोशिश करनी होगी।
ज्योतिष उपाय
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि भगवान गणपति को दूर्वा अर्पित करके करें साथ ही आप गौशाला में हरे चारे की व्यवस्था कराएं । अपने बड़े-बुजुर्गों, गुरुओं का आशीर्वाद लें। दुर्गा चालीसा का पाठ करें। माता के मंदिर में जाकर माता रानी को लाल फूल और लाल फल अर्पित करें। “ॐ बुधाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। बुधवार को साबुत मूंग, मूंग की दाल, या हरी चूड़ियों का दान करें।
– डा. अनीष व्यास
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक
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