कानपुर में गंगा बैराज पर 3 पुलिसवालों को रौंदने वाले 2 बीटेक स्टूडेंट को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है जबकि अन्य 3 की तलाश में दबिश दी जा रही है। सभी आरोपी नशे में धुत थे, पुलिस वालों को रौंदने से पहले आरोपियों ने ठेके से शराब खरीदी थी, जिसका सीसीटीवी फुटेज आया है। पुलिस वालों को रौंदने के बाद आरोपी औरा कार को फजलगंज स्थित हुंडई के सर्विस सेंटर में खड़ी कर चले गए थे। दोनों आरोपी श्याम सुंदर ( 23) और अभिजीत (22) रामा यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहे हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपी श्याम सुंदर ने कहा- घटना के समय अभिजीत सेल्फी ले रहा था। जब हम लोग गंगा बैराज पर कार लेकर बढ़े तो हमारे सामने इको कार चल रही थी। हम पीछे थे जैसे ही कार आगे से हटी तो हमें बैरिकेडिंग दिखी नहीं और हम टकराते चले गए। उस समय हम डर गए कि अगर गाड़ी रोकी तो पुलिस वाले नहीं छोड़ेंगे। अब पढ़िए पुलिस कैसे आरोपियों तक पहुंची ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आशुतोष कुमार ने बताया- आरोपियों की तलाश में पांच टीमें लगी थी। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने गंगा बैराज से एक किलोमीटर पहले शराब खरीदी, जिसका सीसीटीवी फुटेज मिला। शराब ठेके में अभिजीत ने यूपीआई आईडी के जरिए पेमेंट किया था। इससे खाते की जानकारी मिली। शराब पीने के बाद श्याम सुंदर कार ड्राइव कर रहा था, जबकि अभिजीत उसके बगल में बैठ कर सेल्फी ले रहा था। सेल्फी लेने के दौरान सभी श्याम समेत सभी छात्र अभिजीत की ओर देख रहे थे, तभी अचानक बेरिकेडिंग आने से टक्कर हो गई। घटना के बाद सभी आरोपियों ने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था। हॉस्टल पहुंचे, जहां अभिजीत ने क्रेन बुक कर क्षतिग्रस्त कार को फजलगंज स्थित हुंडई के शोरूम भिजवाया। इसी के बाद पुलिस ने बिधनू के कडरी चंपतपुर गांव के रहने वाले बीटेक स्टूडेंट अभिजीत चतुर्वेदी( 22 ) को गिरफ्तार किया। अभिजीत की निशानदेही पर मथुरा के तालगढ़ी सौकखेड़ा के रहने वाले 23 साल के श्याम सुंदर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके साथ बिहार का प्रशांत, चित्रकूट का हिमांशु मिश्रा और एक अन्य युवक था। सभी हॉस्टल में रहकर बीटेक की पढ़ाई कर रहे है। कार छात्र हिमांशु के पिता के नाम रजिस्टर्ड ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया- ऑरा कार (UP 96 S 5129) बीटेक छात्र हिमांशु के पिता विष्णु दत्त मिश्रा के नाम रजिस्टर्ड है। घटना के समय कार में नंबर प्लेट नहीं थी, गाड़ी को जब्त कर लिया गया है। घटना के अगले दिन हिमांशु का पेपर था, जिसमें वह नहीं पहुंचा। गिरफ्तार आरोपी अभिजीत और श्याम सुंदर का शनिवार को परीक्षा है। सभी आरोपी छात्र हैं, नशे में पुलिस से बचने के आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया है। आरोपियों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या में रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब पूरा मामला पढ़िए… मंगलवार यानी 23 दिसंबर को शाम गंगा बैराज पर बैरिकेडिंग लगाकर कोहना थाना प्रभारी प्रतीक सिंह यातायात पुलिस के साथ चेकिंग कर रहे थे। तभी उन्नाव की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार ने चेकिंग से बचकर भागने के चक्कर में अटल घाट चौकी प्रभारी संजय कुमार, दरोगा पूरन सिंह और होमगार्ड हरिप्रकाश पर कार चढ़ाकर कुचलने का प्रयास किया था। इसमें दरोगा पूरन सिंह का बायां पैर टूट गया था। अब पढ़िए पुलिस वाले की आंखों देखी 250 मीटर पहले कार रुकी, फिर 110 की रफ्तार में बैरिकेडिंग से टकराई
गंगा बैराज पर हुए हिट एंड रन मामले में घायल दरोगा पूरन सिंह से ‘दैनिक भास्कर’ टीम ने बात की। उन्होंने 23 दिसंबर की शाम को 6.30 बजे हुई पूरी वारदात का आखों देखा हाल बताया।
पढ़िए बातचीत… ‘कोहना थाना प्रभारी प्रतीक सिंह के साथ अटल घाट चौकी प्रभारी संजय कुमार थे। मैं भी फोर्स के साथ वहीं तैनात था। बैराज रोड पर बैरिकेडिंग की गई थी। हम लोग संदिग्ध गाड़ियों को चेकिंग के लिए रोक रहे थे। मैं सड़क के दाईं ओर डिवाइडर पर खड़ा था। चौकी प्रभारी संजय कुमार, होमगार्ड हरि किशन, कोहना थाना प्रभारी के साथ सड़क के बाएं ओर खड़े हुए थे। कार और उसमें बैठे लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ा जा रहा था। एक लाल रंग की कार को चेक करने के बाद मैं डिवाइडर पर खड़ा हो गया था। इसी दरम्यान नवाबगंज की तरफ से एक काली रंग की ऑरा कार आती हुई दिखाई दी। पुलिस चेकिंग देखकर कार के ड्राइवर ने करीब 250 मीटर पहले ही गाड़ी को रोक दिया। फिर कार बहुत स्लो स्पीड में हमारी तरफ बढ़ने लगी। हमें लगा कि बैरिकेडिंग पर आकर कार रुक जाएगी, मगर ड्राइवर ने अचानक स्पीड बढ़ा दी। तेजी से बैरिकेडिंग को टक्कर मार दी। मैं जब तक कुछ समझ पाता, तब तक बैरिकेडिंग के नीचे दब चुका था। मैंने सिर उठाकर देखा तो सड़क पर चौकी प्रभारी संजय कुमार और होमगार्ड हरिकिशन पड़े हुए थे। हरिकिशन के सिर से खून निकल रहा था। हमारे साथियों ने कार का पीछा करने का प्रयास किया, लेकिन कार करीब 110–120 की रफ्तार से निकल गई। चौकी प्रभारी और होमगार्ड को साथी पुलिसकर्मियों ने उठाया और मुझे बाइक सवार दो युवकों ने उठाकर पुलिस जीप में बैठाया था। फिर मुझे अस्पताल ले जाया गया। जहां मेरा इलाज हुआ।’ चेकिंग की वजह जानिए विधायक लिखी कार में शराब पीते मिले लड़के
जहां ये वारदात हुई है, वहीं पर शनिवार को डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने पुलिसवालों के साथ चेकिंग की थी। इस दौरान 2 कार सवार नशे में मिले थे। इसमें 1 कार पर विधायक का पास भी लगा हुआ था। —————————-
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