बलरामपुर में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एक ऋण खाते से 10 लाख 86 हजार 800 रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस बैंक घोटाले का पर्दाफाश किया है और आरोपी पूर्व शाखा प्रबंधक शुभम शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, क्षेत्रीय कार्यालय अयोध्या के क्षेत्रीय प्रबंधक ऋषि सारस्वत ने 25 दिसंबर 2025 को थाना कोतवाली नगर में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक शुभम शुक्ला ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर और खाताधारक की सहमति व हस्ताक्षर के बिना CKCC ऋण खाते से लाखों रुपये निकाले। शिकायत के अनुसार, अभियुक्त ने न तो ऋण खाते का नवीनीकरण किया और न ही उधारकर्ता से कोई सहमति ली। इसके बजाय, उसने फर्जी विड्रॉल फॉर्म भरकर अलग-अलग तारीखों में नकद राशि निकाली और उसे अपने निजी इस्तेमाल में ले लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर विकास कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच तेज की। ठोस साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने 25 दिसंबर 2025 को अभियुक्त शुभम शुक्ला को उनके लखनऊ स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में अभियुक्त शुभम शुक्ला ने स्वीकार किया कि उसे पैसों की आवश्यकता थी। उसने ग्राहकों के खातों से बिना हस्ताक्षर के वाउचर लगाकर नकद निकासी की। आरोपी ने लगभग 2 लाख रुपये ऑनलाइन अपने और अपनी पत्नी के संयुक्त खाते में भी ट्रांसफर किए। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक शिवलखन सिंह, हेड कांस्टेबल जयमंगल यादव, हेड कांस्टेबल अरविंद जायसवाल और कांस्टेबल शत्रुहन (थाना कोतवाली नगर, बलरामपुर) शामिल थे।
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