ललितपुर के चीराकोडर गांव में 14 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद एक तेंदुआ बांस के पेड़ों से भाग निकला। वन विभाग की टीम ने गुरुवार को तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया था, लेकिन वह रात करीब 12 बजे जंगल की ओर चला गया। तेंदुआ गुरुवार सुबह 7 बजे गांव के प्राथमिक विद्यालय में घुस आया था। उसने वहां मौजूद कोटेदार कैलाश यादव पर हमला किया और फिर स्कूल के पीछे खेतों में स्थित बांस के पेड़ों के झुंड में छिप गया। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग के 25 कर्मियों ने बांस के पेड़ों के पास डेरा डाल दिया था। उसे बाहर निकालने के लिए पटाखे फोड़े गए और फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलाकर पानी की बौछार भी की गई, लेकिन तेंदुआ अपनी जगह से नहीं हिला। 14 घंटे की निगरानी के बाद, रात करीब 12 बजे तेंदुआ बांस के पेड़ों से उतरकर गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर जंगल की तरफ भाग निकला। गांव में तेंदुए के दोबारा प्रवेश को रोकने के लिए वन विभाग की टीम शुक्रवार को भी निगरानी करती रही। डीएफओ गौतम सिंह ने बताया कि तेंदुआ रात को भाग निकला है। उसकी निगरानी के लिए वन कर्मियों को लगाया गया है।
https://ift.tt/9Au51pY
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply