पीलीभीत जनपद के घुंघचाई क्षेत्र स्थित गांव गुलड़िया भूपसिंह में गुरुवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया, जब ग्रामीणों ने आबादी के बीच एक तेंदुए के शावक को देखा। आशंका जताई जा रही है कि घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण शावक गन्ने के खेतों से भटककर गांव की गलियों में आ गया था। शावक की मौजूदगी की खबर फैलते ही ग्रामीणों में दहशत फैल गई। दर्जनों ग्रामीण लाठी-डंडे और टॉर्च लेकर घरों से बाहर निकल आए। लगभग एक घंटे तक ग्रामीणों और शावक के बीच लुका-छिपी चलती रही। ग्रामीणों ने शोर मचाकर और घेराबंदी कर शावक को डराने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद शावक को आबादी से सुरक्षित बाहर खदेड़ दिया गया, जिसके बाद वह वापस गन्ने के खेतों में चला गया। इस पूरी घटना का वीडियो कुछ ग्रामीणों ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में शावक को गलियों में भागते हुए स्पष्ट देखा जा सकता है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और वन्यजीव के पदचिह्नों का पता लगाया। खुटार सामाजिक वानिकी के रेंजर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया, “सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम को मौके पर रवाना किया गया था। पदचिह्नों की पुष्टि हो चुकी है और टीम लगातार निगरानी कर रही है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।” गौरतलब है कि एक दिन पहले ही पास के गांव बिलंदपुर अशोक में भी तेंदुआ देखा गया था। तराई के इन इलाकों में गन्ने के ऊंचे खेत तेंदुओं के लिए उपयुक्त ठिकाने बन गए हैं, जिससे मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं। वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे रात के समय अकेले बाहर न निकलें और खेतों की ओर जाते समय शोर मचाते रहें।
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