जिले के रौनाही थाना क्षेत्र के अरथर गांव निवासी रामचरन यादव ने थानाध्यक्ष पर सिपाहियों से बेल्ट और लात-घूसों से पिटवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने अयोध्या के एसएसपी को लिखित शिकायत दी है और कार्रवाई की मांग की है। राम चरन यादव के अनुसार, उनका और पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। इस विवाद का समझौता कराने के लिए थानाध्यक्ष लालचंद सरोज ने उन्हें 22 दिसंबर को थाने बुलाया था। पीड़ित का आरोप है कि थाने पहुंचने पर पत्नी रीमा यादव, उनके भाई राधिका यादव, संतराम यादव और तीन अन्य अज्ञात लोग पहले से मौजूद थे। बिना किसी पूछताछ के थानाध्यक्ष ने अपने सिपाहियों से बेल्ट और लात-घूसों से रिम चरन को पिटवाया। राम चरन का कहना है कि वह चीखते-चिल्लाते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। राम चरन ने यह भी आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष ने उन्हें यह कहते हुए छोड़ा कि यदि वह अपनी पत्नी व बच्चों से मिलने गए, तो अगली बार तुम्हारा एनकाउंटर कर दिया जाएगा। पीड़ित ने एसएसपी से जान-माल की सुरक्षा और थानाध्यक्ष लालचंद सरोज के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में जब थानाध्यक्ष लालचंद सरोज से जानकारी ली गई, तो उन्होंने आरोपों को गलत बताया। लालचंद सरोज ने कहा कि रामचरन अपनी पत्नी रीमा की आए दिन पिटाई करता था, जिसके चलते रीमा अपनी बेटे और बेटी के साथ अयोध्या कैंट में रहने लगी थी। थानाध्यक्ष के अनुसार, रामचरन ने वहां जाकर भी मारपीट की थी, जिसके बाद शिकायत मिली थी। दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया था, लेकिन पत्नी रामचरन के साथ जाने को तैयार नहीं थी। जब रामचरन थाने में भी पत्नी से मारपीट पर आमादा हो गया, तो उसे बैठाया गया था। पत्नी के चले जाने के बाद उसे छोड़ दिया गया था। उन्होंने कहा कि लगाए गए आरोप गलत हैं और ऐसी कोई बात नहीं हुई थी।
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