जमुई में शुक्रवार की सुबह रेल हादसों ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था और लोगों की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए। मलयपुर जीआरपी थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हैरानी की बात यह रही कि दोनों घटनाएं एक-दूसरे से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर हुईं। लगातार दो हादसों की खबर से पूरे इलाके में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया। रेल लाइन पार करते वक्त गई एक व्यक्ति की जान पहली घटना में मृतक की पहचान पाली सिंह के रूप में की गई है। वे मलयपुर थाना क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं और उनकी उम्र लगभग 45 वर्ष थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, शुक्रवार की सुबह पाली सिंह किसी काम से रेलवे लाइन पार कर रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार से गुजर रही ट्रेन की चपेट में आ गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना के बाद आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया और तत्काल पुलिस को सूचना दी। देखते ही देखते मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। परिजन भी घटना की सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंचे, जहां उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। दूसरी घटना में अज्ञात व्यक्ति की मौत, पहचान की कोशिश जारी दूसरी घटना में करीब 55 वर्षीय एक अज्ञात व्यक्ति की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। यह हादसा भी उसी रेलवे ट्रैक पर, पहली घटना से कुछ ही दूरी पर हुआ। मृतक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। पुलिस आसपास के गांवों और इलाकों में लोगों से पूछताछ कर रही है, ताकि मृतक की शिनाख्त हो सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह के समय इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही काफी अधिक रहती है। ऐसे में यदि थोड़ी भी असावधानी बरती जाए, तो हादसा होने की आशंका बढ़ जाती है। घटनास्थल पर पहुंची जीआरपी, जांच में जुटी पुलिस दोनों घटनाओं की सूचना मिलते ही मलयपुर जीआरपी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक कागजी कार्रवाई शुरू की। दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, जमुई भेजने की तैयारी की गई है। जीआरपी पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया दोनों मामलों में मौत का कारण ट्रेन की चपेट में आना प्रतीत हो रहा है। हालांकि, हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हादसे किन परिस्थितियों में हुए। रेल सुरक्षा और जागरूकता पर फिर उठे सवाल लगातार हो रहे रेल हादसों ने एक बार फिर रेलवे ट्रैक के आसपास सुरक्षा और लोगों की जागरूकता को लेकर चिंता बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई स्थानों पर न तो पर्याप्त चेतावनी संकेत हैं और न ही सुरक्षित क्रॉसिंग की व्यवस्था। इसके चलते अक्सर लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन पार करने को मजबूर होते हैं। ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन और रेलवे से मांग की है कि संवेदनशील स्थानों पर अंडरपास, ओवरब्रिज या कम से कम चेतावनी बोर्ड और गेटमैन की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। परिजनों में मातम, इलाके में शोक का माहौल इन हादसों के बाद मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पहली घटना में मृतक के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं दूसरी घटना में अज्ञात व्यक्ति की पहचान न हो पाने से मानवीय चिंता भी बढ़ गई है। पूरे इलाके में शोक का माहौल बना हुआ है। पुलिस की अपील : सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव पुलिस प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे रेलवे लाइन पार करते समय विशेष सतर्कता बरतें। ट्रेन की आवाजाही वाले समय में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। पुलिस का कहना है कि थोड़ी सी सावधानी और जागरूकता से ऐसे दर्दनाक हादसों को काफी हद तक रोका जा सकता है। जमुई में हुई इन दो मौतों ने यह साफ कर दिया है कि रेल सुरक्षा को लेकर अभी भी गंभीर प्रयासों और जन-जागरूकता की सख्त जरूरत है।
https://ift.tt/htD9Gfz
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply