प्रतापगढ़ जिले में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे विजिबिलिटी घटकर लगभग 10 मीटर रह गई है। इसके चलते सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। जिले में न्यूनतम तापमान करीब 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लगातार पड़ रही ठंड और घने कोहरे के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। विशेष रूप से कृषि क्षेत्र पर इसका असर देखा जा रहा है, जहां आलू की फसल को लेकर किसानों में चिंता है। कुंडा, कालाकांकर, बाबागंज, बिहार और रामपुर संग्रामगढ़ जैसे ब्लॉकों में लगभग 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में आलू की फसल बोई गई है। किसान आलू को एक नकदी फसल के रूप में उगाते हैं, जिसे अक्सर पूरी तरह पकने से पहले ही खोदकर बाजार में बेच दिया जाता है। आलू की कटाई के बाद इन खेतों में गेहूं, मटर या सरसों की बुवाई की जाती है। पिछले एक सप्ताह से इलाके में शाम चार बजे से सुबह दस बजे तक घना कोहरा छाया रहता है। बादलों के न छंटने के कारण सूर्य की रोशनी खेतों तक नहीं पहुंच पा रही है। इस स्थिति से आलू की फसल पर पाला पड़ने और झुलसा रोग लगने की संभावना बढ़ गई है। फसल को संभावित नुकसान से बचाने के लिए किसान विभिन्न उपाय कर रहे हैं। वे अपनी मेहनत और निवेश को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
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