गोंडा जिले में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का प्रकोप जारी है। घने कोहरे के कारण कई स्थानों पर विजिबिलिटी शून्य हो गई है, जबकि कुछ जगहों पर यह 5 मीटर तक पहुंच गई है। इससे वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर आमतौर पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले वाहन अब रेंगते हुए नजर आ रहे हैं। घने कोहरे और कम विजिबिलिटी के कारण आज जिले में कई ट्रेनें और रोडवेज बसें भी देरी से चल रही हैं। जिले का न्यूनतम तापमान आज 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है। पिछले दिनों के तापमान की बात करें तो 25 दिसंबर को न्यूनतम 9 डिग्री और अधिकतम 19 डिग्री, 24 दिसंबर को न्यूनतम 10 डिग्री और अधिकतम 21 डिग्री, तथा 23 दिसंबर को न्यूनतम 11 डिग्री और अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस तापमान था। कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के चलते सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले लोग भी सड़कों पर दिखाई नहीं दे रहे हैं। जिला प्रशासन ने ठंड से बचाव के लिए 200 से अधिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है। इसके अतिरिक्त, गोंडा जिले की चारों तहसीलों में नौ स्थानों पर रैन बसेरे बनाए गए हैं। इन रैन बसेरों में लोगों को निशुल्क रहने और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं ताकि वे ठंड से अपना बचाव कर सकें। मौसम विभाग ने कड़ाके की ठंड और घने कोहरे को देखते हुए गोंडा जिले को रेड जोन में रखा है और लोगों के लिए चेतावनी भी जारी की है। गोंडा जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि गोंडा में आने वाले दिनों में मौसम और भी खराब होने की स्थिति है ऐसे में लोगों को सचेत रहने की भी एडवाइजरी जारी करके निर्देश दिए गए हैं। अलाव के पास ज्यादा से ज्यादा लोग रहे क्योंकि कड़ाके की ठंड और घना कोहरा होने से अत्यधिक लोगों को परेशानी हो रही है।
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