बेतिया में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के कार्यकर्ता सम्मेलन में राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर कई अहम घोषणाएं कीं। सम्मेलन में उन्होंने साफ कहा कि बिहार में शिक्षकों की कमी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसे दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। साथ ही TRE-4 परीक्षा और मॉडल विद्यालयों को लेकर भी बड़ा रोडमैप सामने रखा गया। जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन में उमड़ा जनसैलाब बेतिया शहर के एक निजी होटल में आयोजित जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन में जिले और आसपास के इलाकों से हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे। सम्मेलन में उत्साह का माहौल देखने को मिला। बड़ी संख्या में नए लोगों ने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की, जिससे संगठन को जमीनी स्तर पर और मजबूती मिलने की बात कही गई। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उनके साथ वाल्मीकिनगर सांसद सुनील कुमार, सिकटा विधायक समृद्ध वर्मा सहित कई वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि मंच पर उपस्थित थे। सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। शिक्षकों की कमी दूर करना सरकार की प्राथमिकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने स्वीकार किया कि कई जिलों और स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की कमी है, जिसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ता है। उन्होंने स्पष्ट कहा,“अब किसी भी स्कूल में किसी भी विषय का अभाव नहीं रहने दिया जाएगा। जहां जरूरत होगी, वहां शिक्षकों का ट्रांसफर-पोस्टिंग किया जाएगा।” शिक्षा मंत्री ने बताया कि जिलों की वास्तविक जरूरत का आकलन कर शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी, ताकि शिक्षा व्यवस्था संतुलित और प्रभावी बन सके। TRE-4 परीक्षा को लेकर बड़ा अपडेट सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने TRE-4 परीक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि TRE-4 की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी और परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि TRE-4 के माध्यम से 25 हजार से अधिक शिक्षकों की बहाली की जाएगी। इससे सरकारी स्कूलों में न केवल शिक्षकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि पढ़ाई की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि पारदर्शी और समयबद्ध बहाली प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी, ताकि योग्य उम्मीदवारों को अवसर मिल सके और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल पाए। हर प्रखंड में बनेगा एक मॉडल स्कूल शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने सम्मेलन में शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि बिहार के सभी जिलों के प्रत्येक प्रखंड में एक-एक मॉडल विद्यालय की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि अगले 15 से 20 दिनों के भीतर विद्यालयों का चयन कर इस योजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा। इन मॉडल विद्यालयों में आधुनिक कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, खेल सुविधाएं और डिजिटल शिक्षा जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। शिक्षा मंत्री के अनुसार,“मॉडल स्कूल बच्चों के सर्वांगीण विकास का केंद्र बनेंगे, जहां पढ़ाई के साथ-साथ खेल, कला और तकनीकी शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।” संगठन की मजबूती पर दिया गया जोर सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कार्यकर्ताओं से संगठन को और मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं तभी जमीन पर सफल होती हैं, जब संगठन मजबूत होता है और कार्यकर्ता सक्रिय रहते हैं। उन्होंने बूथ स्तर पर पार्टी को सशक्त बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं की भूमिका आने वाले समय में और भी अहम होगी। अन्य नेताओं ने भी संगठनात्मक विस्तार, कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और आगामी चुनावी तैयारियों पर अपने विचार साझा किए। कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह शिक्षा मंत्री की घोषणाओं से सम्मेलन में मौजूद कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। शिक्षकों की बहाली, मॉडल विद्यालयों की स्थापना और शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर कार्यकर्ताओं ने सरकार की नीतियों की सराहना की। सम्मेलन के अंत में यह संदेश दिया गया कि शिक्षा और संगठन, दोनों को मजबूत कर ही बिहार को विकास की नई दिशा दी जा सकती है।
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