बंगाल की खाड़ी से उठे मोंथा चक्रवात का असर शेखपुरा में तीसरे दिन भी देखने को मिला। इसके कारण चारो तरफ पानी-पानी हो गया। तेज हवा और लगातार बारिश के कारण खेतों में तैयार धान की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं। इसके साथ ही नगर क्षेत्र सहित कई इलाकों में जल जमाव की स्थिति बन गई। इलाके में पानी भर जाने से लोगों को आवागमन में हुई दिक्कत शुक्रवार को हो रही बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। दिनभर लोगों ने बारिश में भीगते हुए अपने जरूरी काम पूरे किए। कई सरकारी कार्यालयों के बाहर और बाजार क्षेत्र तथा सड़कों के फुटपाथों पर पानी भर जाने से लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। तेज हवा और बारिश के झोंकों के कारण शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। दिनभर बिजली की आंख-मिचौली जारी रही। कई इलाकों में दिनभर बिजली नहीं आई। खेतों में पानी जमा होने से फसलें हो रही हैं खराब बेमौसम बारिश का सबसे बड़ा प्रभाव खेती-किसानी पर पड़ा है। पिछले तीन दिनों से मौसम के बदले मिजाज और रुक-रुक कर हो रही बारिश से धान की तैयार और खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में पानी जमा होने से फसलें खराब हो रही हैं। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को प्रचार करने में हुई काफी परेशानी छोटे स्कूली बच्चों को भी दिनभर की बारिश से काफी परेशानी हुई। इसके अलावा, विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार कार्य भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिससे चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को प्रचार में बाधा आ रही है। इस बीच, मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मोंथा चक्रवात का असर अब धीरे-धीरे कम होना शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने की वज्रपात की भविष्यवाणी अभी 48 घंटे तक हल्की से लेकर मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। तेज हवा और वज्रपात की भी भविष्यवाणी की गई है। लोगों को इस दौरान पूरी तरह सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग की ओर से आने वाले दिनों में वातावरण में एक और नए पश्चिमी विक्षोभ बनने की संभावना जाते जाने से लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है। लोगों के आम जीवन दैनिक जीवन के साथ-साथ खेती किसानी को इस बे मौसम बारिश ने पूरी तरह बर्बाद करने पर खुला हुआ है।
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