किशनगंज में गुरुवार को क्रिसमस का पर्व हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया। शहर के विभिन्न चर्चों में प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव पर विशेष प्रार्थनाओं के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रंग-बिरंगी लाइटों, फूलों और गुब्बारों से सजी चर्चों में उत्सवमय माहौल रहा। विशेष रूप से शहर के रूईधासा स्थित चर्च में इस अवसर पर खास इंतजाम किए गए थे। रूईधासा चर्च को फूलों की मालाओं, क्रिसमस ट्री और चमकदार लाइटिंग से सजाया गया था। यहां मोमबत्ती जलाकर शांति और प्रेम का संदेश दिया गया। चर्च के बाहर मुख्य सड़क पर मेले जैसा नजारा देखने को मिला, जहां खिलौनों, खाने-पीने की चीजों, कैंडल स्टैंड और गिफ्ट शॉप्स की दुकानें सजी थीं। बच्चे, बुजुर्ग और युवा सभी इन दुकानों का आनंद ले रहे थे। इस अवसर पर सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर प्रार्थना में शामिल हुए। स्थानीय निवासी रवि कुमार ने बताया, “क्रिसमस सिर्फ ईसाई समुदाय का त्योहार नहीं, बल्कि सभी के लिए प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है। यहां हिंदू, मुस्लिम सब एक साथ आकर जश्न मना रहे हैं।” चर्चों में मध्यरात्रि को विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। पादरियों ने अपने संदेश में आपसी प्रेम, सेवा, क्षमा और सद्भावना की सीख दी। एक पादरी ने कहा कि यीशु मसीह का जन्म हमें सिखाता है कि प्रेम ही सबसे बड़ा धर्म है और आज के विभाजित समाज में भाईचारे की आवश्यकता है। प्रार्थना सभाओं में भजन-कीर्तन और कैरल गायन ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया। कई चर्चों में बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां उन्हें क्रिसमस स्टोरी सुनाई गई और उपहार बांटे गए। सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने पूरे जिले में कड़े इंतजाम किए थे। सभी प्रमुख चर्चों में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शांतिपूर्ण उत्सव के लिए पर्याप्त बल लगाया गया था और यातायात व्यवस्था भी सुचारू रखी गई। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
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