सम्भल के सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित चर्च में गुरुवार को क्रिसमस पर्व उत्साह और शांतिपूर्ण वातावरण में मनाया गया। इस अवसर पर आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग चर्च पहुंचे और प्रभु यीशु मसीह के जन्म की खुशी में प्रार्थना व भजन-कीर्तन किया। चर्च के फादर केपी सिंह ने बताया कि 25 दिसंबर प्रभु यीशु मसीह का जन्मदिवस है, जिन्हें संसार उद्धारकर्ता के रूप में मानता है। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु मसीह को शांति का राजकुमार कहा जाता है और उनका संदेश प्रेम, शांति व भाईचारे का है। फादर सिंह ने देश में शांति और आपसी प्रेम, सम्मान व सौहार्द बनाए रखने का आह्वान किया। क्रिसमस के अवसर पर चर्च को विशेष रूप से सजाया गया था। सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जिसमें श्रद्धालुओं ने भजन गाए और प्रभु की आराधना की। प्रार्थना के बाद केक काटकर सभी लोगों में वितरित किया गया और एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी गईं। क्रिसमस डे के विरोध और चर्च के सामने हनुमान चालीसा पढ़े जाने के सवाल पर फादर केपी सिंह ने कहा कि किसी भी पर्व का विरोध करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जब आपसी धर्मों का सम्मान और प्रेम की भावना नहीं होती, तब ऐसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं। फादर सिंह ने कुछ असामाजिक तत्वों को शांति भंग करने का दोषी ठहराते हुए कहा कि प्रभु यीशु मसीह का जीवन शांति का संदेश देता है। गुड्डू सैमुअल ने बताया कि क्रिसमस का मुख्य संदेश देश में शांति और प्रेम बनाए रखना है। उन्होंने उल्लेख किया कि यह पर्व न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्य सरकार और अन्य नेताओं ने भी ईसाई समुदाय को शुभकामनाएं दी हैं। शोभना सैमुअल ने कहा कि क्रिसमस पर्व प्रेम, इंसानियत और मानवता का संदेश देता है। उन्होंने बताया कि ईसा मसीह ने अपने बलिदान से शांति और भाईचारे की सीख दी।
https://ift.tt/T3UQE7w
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply