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बरेली में धूमधाम से मनाया जा रहा क्रिसमस का त्यौहार:चर्चों में रौनक, प्रभु यीशु की प्रार्थना, चर्च में पहुंचे हजारों लोग

प्रभु यीशु का जन्मदिन पूरे बरेली में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शहर के सभी गिरजाघरों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। हर कोने में क्रिसमस की खुशियां बिखरी हुई हैं। चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया, जहां श्रद्धालु प्रभु यीशु की महिमा गाने और प्रार्थना करने के लिए एकत्रित हुए। प्रभु यीशु की जन्म गाथा पर आधारित झांकियां और क्रिसमस कैरोल्स ने माहौल को और भी भक्तिमय बना दिया। मैथोडिस्ट चर्च, सेंट जोसेफ कैथेड्रल, ऑल सेंट्स चर्च और अन्य चर्चों में विशेष रोशनी की सजावट और भव्य झांकियां देखने को मिलीं। बच्चों ने सांता क्लॉज की वेशभूषा में प्रभु यीशु के प्रति अपने प्रेम और उत्साह को प्रदर्शित किया। हर साल 25 दिसंबर को पूरी दुनिया में मनाया जाने वाला क्रिसमस डे बरेली में भी बड़े हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस पावन दिन पर बरेली के प्रमुख चर्च, सेंट अल्फोंसस कैथेड्रल, क्राइस्ट मेथोडिस्ट चर्च, और सेंट स्टीफन चर्च, दुल्हन की तरह सजाए गए हैं। ये चर्च न केवल धार्मिक भावना का केंद्र बनते हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से पूरे शहर को उत्सवमय बना रहे हैं। सजावट और माहौल क्रिसमस से कई दिन पहले ही बरेली के चर्चों को सजाने का कार्य आरंभ हो जाता है। सेंट अल्फोंसस कैथेड्रल चर्च की भव्यता इस अवसर पर देखते ही बन रही है। चर्च की ऊंची दीवारें, रंगीन कांच की खिड़कियां, और गॉथिक वास्तुकला पर झिलमिलाते रोशनी के बल्ब इसे अद्वितीय रूप देते हैं। चर्च के प्रांगण में एक बड़ा क्रिसमस ट्री लगाया गया है, जिसे चमकदार गेंदों, घंटियों और सितारों से सजाया गया है। क्राइस्ट मेथोडिस्ट चर्च और सेंट स्टीफन चर्च में भी ऐसा ही उल्लास देखने को मिलता है। फूलों की सजावट, रोशनी की झिलमिलाहट, और पारंपरिक झांकियां पूरे वातावरण को आध्यात्मिक और आनंदमय बना देती हैं। चर्च के भीतर बेंचों और वेदियों को सफेद कपड़ों और पुष्पगुच्छों से सजाया गया है। बच्चों के लिए खास इंतजाम बरेली के चर्चों में बच्चों के लिए भी विशेष प्रबंध किए जाते हैं। सेंट अल्फोंसस कैथेड्रल के मैदान में छोटे झूले और स्लाइड लगाए गए हैं। बच्चों को आकर्षित करने के लिए सांता क्लॉज के रूप में सजे लोग उपहार और चॉकलेट बांटते हैं। बच्चों की मुस्कान और उनकी खिलखिलाहट पूरे माहौल को जादुई बना देती है। सेंट स्टीफन चर्च के प्रांगण में छोटे-छोटे स्टॉल लगाए गए हैं, जहां क्रिसमस की विशेष वस्तुएं जैसे- स्टार, गिफ्ट बॉक्स, और क्रिसमस कैप बेची जा रही हैं। यहां बच्चों के लिए गुब्बारे और मेहंदी जैसे आकर्षण भी मौजूद हैं। प्रार्थना और सांस्कृतिक कार्यक्रम क्रिसमस की रात को हर चर्च में मिडनाइट मास का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर बाइबल का पाठ, गीतों की प्रस्तुति, और मोमबत्तियां जलाने की परंपरा निभाई जाती है। लोग बड़ी श्रद्धा से प्रार्थना करते हैं, ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाते हैं, और शांति, प्रेम, और सौहार्द के संदेशों को आत्मसात करते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत छोटे बच्चों द्वारा झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं। इनमें ईसा मसीह के जन्म की कहानी का जीवंत चित्रण होता है। क्राइस्ट मेथोडिस्ट चर्च में बच्चों की गायन मंडली “जिंगल बेल्स” और “साइलेंट नाइट” जैसे गीत गाकर सबका मन मोह लेती है। खाने-पीने का आनंद चर्च के बाहर लगे फूड स्टॉल्स में क्रिसमस के विशेष व्यंजन जैसे प्लम केक, हॉट चॉकलेट की महक हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। लोग इन व्यंजनों का आनंद लेते हुए इस पवित्र पर्व को और यादगार बनाते हैं। समाज में भाईचारे का संदेश क्रिसमस न केवल धार्मिक पर्व है, बल्कि यह समाज में भाईचारे और प्रेम का संदेश भी फैलाता है। बरेली के चर्चों में आयोजित इस उत्सव में सभी धर्म और समुदाय के लोग शामिल होकर इसे सर्वधर्म समभाव का प्रतीक बनाते हैं। बरेली के प्रमुख चर्च सेंट स्टीफन चर्च स्थान: बरेली कैंट विशेषता: यह एक ऐतिहासिक चर्च है और अपने वास्तुशिल्प सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। क्रिसमस और ईस्टर जैसे त्योहारों पर यहां विशेष आयोजन होते हैं। सेंट जोसेफ कैथोलिक चर्च स्थान: सिविल लाइन्स विशेषता: यह चर्च कैथोलिक समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है और अपनी शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक माहौल के लिए जाना जाता है। ऑल सेंट्स चर्च स्थान: बरेली कैंट क्षेत्र विशेषता: यह चर्च ब्रिटिश काल के दौरान निर्मित हुआ था और इसे औपनिवेशिक वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है। होली ट्रिनिटी चर्च स्थान: बरेली शहर विशेषता: यह चर्च प्रोटेस्टेंट समुदाय से संबंधित है और यहां नियमित रूप से प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं। माउंट कार्मेल चर्च स्थान: सिविल लाइन्स विशेषता: यह चर्च विशेष रूप से ईसाई युवाओं और बच्चों के लिए आयोजित कार्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है। क्राइस्ट मेथोडिस्ट चर्च स्थान: चौकी चौराहा, बटलर प्लाजा के सामने विशेषता: बरेली का इतिहास 19वीं सदी में भारत में ईसाई मिशनरियों की गतिविधियों और उनके धार्मिक कार्यों से जुड़ा है। यह चर्च उत्तर भारत में मैथोडिस्ट चर्चों की परंपरा और उनकी स्थापना का एक हिस्सा है। सेंट अल्फोंसस कैथेड्रल चर्च स्थान: सेंट अल्फोंसस कैथेड्रल चर्च विशेषता: नमस्ते के आकार में बनाई गई है। बरेली के सिविल लाइन्स क्षेत्र में स्थित है। चर्च का नाम सेंट अल्फोंसस लिगोरी के नाम पर रखा गया है, जो कैथोलिक चर्च के एक संत, धर्मशास्त्री और लेखक थे।


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