गोरखपुर में शैलपुत्री दर्शन के लिए उमड़ी भीड़:मंदिरों में गूंजा जय माता दी, भक्तों ने कहा- मां का आशीर्वाद मिलना सौभाग्य
गोरखपुर में शारदीय नवरात्रि का भव्य दृश्य देखने को मिल रहा है। शहर के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। गोलघर स्थित काली मंदिर में भोर से ही भक्त पहुंचाना शुरू कर दिए हैं। हर तर भक्तिमय माहौल है। मंदिरों में घंटियों की आवाज और पंडालों में भजनों कि धुन हर तरफ सुनाई पड़ रही है। मंदिर फूलों और लाइटों से सज कर तैयार है। मां दुर्गा की पूजा के लिए मंदिर भक्तों से भरा पड़ा हुआ है। पूरी नवरात्रि यही दृश्य देखने को मिलेगा। दूर- दराज से आए भक्तों का कहना है- नवरात्रि के दिन हमें बहुत अच्छा लग रहा है। पहले ही दिन माता का दर्शन करने का सौभाग्य मिला। मंदिर में आकर मन में सुकून महसूस हो रहा है। यहां पर इतनी भीड़ लगी है फिर भी अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं, हमें कोई जल्दी नहीं है। आज माता का आशीर्वाद मिलना सौभाग्य की बात है। देखिए तस्वीरे…… जानिए किस दिन होगी कौन सी देवी की पूजा नवरात्रि के नौ दिन माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। हर दिन एक विशेष देवी को समर्पित होता है। पहले दिन- मां शैलपुत्री, हिमालय की बेटी, जो शक्ति और स्थिरता का प्रतीक हैं उनकी पूजा की जाती है। दूसरे दिन- तप और संयम की देवी, ज्ञान और मोक्ष प्रदान करने वाली मां ब्रह्मचारिणी की वंदना की जाती है। तीसरे दिन – शांति और साहस की प्रतीक,मां चंद्रघंटा, जिनके मस्तक पर चंद्रमा घंटे के आकार में है उनकी पूजन की जाती है। चौथे दिन- सृष्टि की रचनाकार और जो सूर्य की तरह तेज देने वाली मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। पांचवें दिन- मां स्कंदमाता जो कार्तिकेय की माता, ममता और शक्ति का स्वरूप हैं। छठवें दिन- दानवों का संहार करने वाली योद्धा देवी मां कात्यायनी की वंदना की जाती है। सातवें दिन – मां कालरात्रि जो अंधकार और बुराई का नाश करने वाली, भयंकर रूप वाली देवी। आठवें दिन – मां महागौरी जो शुद्धता और सौंदर्य की प्रतीक, जो पवित्रता प्रदान करती हैं उनकी पूजा की जाती है। नौवें दिन- मां सिद्धिदात्री जो सभी सिद्धियों को देने वाली, जो भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं उनका पूजन और वंदन करते हैं। इन नौ दिनों में भक्त व्रत, पूजा, और भक्ति के साथ मां दुर्गा के इन स्वरूपों की आराधना करते हैं।
Source: उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Leave a Reply