गाजीपुर जिले के जमानिया क्षेत्र स्थित कालूपुर गंगा घाट पर मंगलवार को गंगा नदी में एक डॉल्फिन मृत अवस्था में मिलने से हड़कंप मच गया। करीब 5 से 6 फीट लंबी, लगभग 5 वर्ष उम्र और करीब डेढ़ क्विंटल वजन की इस डॉल्फिन को देख स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। 5 घंटे चला पोस्टमार्टम, वीडियो रिकॉर्डिंग भी उच्च अधिकारियों के निर्देश पर देर शाम मालसा पौधशाला में डॉल्फिन का पोस्टमार्टम कराया गया। यह प्रक्रिया जमानिया तहसीलदार रामायण वर्मा की निगरानी में करीब 5 घंटे तक चली, जिसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई। जमानिया के डिप्टी सीईओ सर्वेश कुमार के नेतृत्व में तीन पशु चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। बाद में शव को सम्मानपूर्वक दफन कर दिया गया। शरीर पर चोट और खरोंच, शिकार की आशंका प्रारंभिक पोस्टमार्टम में डॉल्फिन के शरीर पर चोट और खरोंच के निशान पाए गए हैं। इससे शिकार या तस्करी की आशंका जताई जा रही है। हालांकि कुछ अधिकारियों ने प्रथम दृष्टया पानी में दम घुटने की संभावना भी बताई है। वन विभाग ने दर्ज की FIR मामले को गंभीर मानते हुए वन विभाग ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अज्ञात तस्करों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। आरोपियों की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है। DFO बोले- रिपोर्ट के बाद होगा खुलासा जिला वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारण स्पष्ट होंगे। फिलहाल जांच जारी है। गंगा डॉल्फिन भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव है और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची-1 में संरक्षित है। गाजीपुर के कई हिस्सों में गंगा को डॉल्फिन संरक्षण क्षेत्र के रूप में विकसित किया गया है, जहां वन विभाग मछुआरों और ग्रामीणों को ‘डॉल्फिन मित्र’ बनाकर संरक्षण के लिए जागरूक कर रहा है।
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