पीलीभीत में ठंड और घने कोहरे का प्रकोप बढ़ने के साथ ही जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। बुधवार देर रात जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) राजेंद्र श्रीवास के साथ शहर के विभिन्न रैन बसेरों और अलाव व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल परिसर सहित शहर के प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर संचालित रैन बसेरों का जायजा लिया। उन्होंने वहां उपलब्ध बिस्तरों की स्वच्छता, पीने के पानी की व्यवस्था और ठंड से बचाव के इंतजामों को बारीकी से परखा। निरीक्षण के दौरान डीएम ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जिले में कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे सोता हुआ नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से फील्ड में उतरकर यह सुनिश्चित करने को कहा कि जरूरतमंदों को समय पर आश्रय उपलब्ध कराया जाए। शहर के विभिन्न इलाकों में जल रहे अलावों की स्थिति का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने नगर पालिका और संबंधित निकायों को पर्याप्त मात्रा में लकड़ी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, अलावों की संख्या भी उसी अनुपात में बढ़ाई जाए। इसके साथ ही जिले भर के उपजिलाधिकारियों (एसडीएम) और तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में मुस्तैद रहने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गौरतलब है कि तराई क्षेत्र के जिला पीलीभीत में बीते कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। घना कोहरा लोगों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है, जिससे जहां वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं कड़ाके की ठंड से जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है।
https://ift.tt/6GtouOi
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply