हाथरस महिला थाने में दहेज उत्पीड़न का एक मामला दर्ज कराया गया है। पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 8 नवंबर 2020 को सिकंद्राराऊ निवासी एक युवक से हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल वाले उससे फॉर्च्यूनर कार की मांग करने लगे थे। पीड़िता का आरोप है कि उसका पति शराब का सेवन करता है और फॉर्च्यूनर कार की मांग पूरी न होने पर उसके साथ बुरी तरह मारपीट करता था। एक बार ससुरालियों ने उसे जान से मारने की नीयत से गैस पाइप निकाल दिया, जिससे गैस जलाने पर आग लग गई और वह झुलस गई। इसी तरह एक अन्य घटना में उसे बिजली का करंट लगाकर मारने का प्रयास किया गया। पीड़िता के अनुसार, एक दिन ससुरालियों के उकसाने पर पति ने अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी न होने पर उसे तीन बार ‘तलाक, तलाक, तलाक’ कह दिया। ससुराल वालों ने उससे कहा कि यदि उसे उनके घर में रहना है तो अपने पिता से फॉर्च्यूनर कार दिलवाए। पीड़िता ने अपने मायके में सूचना दी, जिसके बाद उसके भाई 6 लाख रुपये लेकर ससुराल पहुंचे और ससुराल वालों को दिए। इस पर ससुरालियों ने शेष बकाया राशि जल्द देने को कहा। इसी दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई। जब उसने ससुराल वालों को इसकी जानकारी दी, तो उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, वे बच्चा पैदा नहीं होने देंगे और जबरदस्ती गर्भपात की दवा खिला दी, जिससे पीड़िता का गर्भपात हो गया। कुछ दिनों बाद पति पीड़िता को केवल पहने हुए कपड़ों में उसके मायके छोड़ गया। उसने धमकी दी कि यदि वह फॉर्च्यूनर कार के बिना वापस आई तो उसे जान से मार दिया जाएगा। 25 सितंबर 2025 को जब वह अपने मायके में थी और उसके भाई व पिता काम पर गए हुए थे, तभी उसके ससुरालीजन घर में घुस आए। उन्होंने उसे जान से मारने की नीयत से गला दबाने का प्रयास किया और उसके गले में पड़ा सोने का लॉकेट तोड़ लिया। उसके नंदोई ने बुरी नीयत से उसके कपड़े भी फाड़ दिए। अब इस मामले में महिला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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