कानपुर में प्रतियोगी परीक्षाओं में फेल होने और फसल खराब होने से परेशान होकर 23 साल के युवक ने मफलर से फंदा लगाकर जान दे दी। बुधवार सुबह मां सोकर उठी तो बेटे का शव लटकता देख बेसुध हो गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। सजेंडी थाना के बिनौर, हीरासिंह का पुरवा गांव निवासी शुभम सिंह (23), मां संतोषी देवी और छोटे भाई निखिल के साथ रहता था। पिता ज्ञान सिंह की 2003 में मौत हो चुकी थी। इसके बाद वह खेती-किसानी के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। मौसेरे भाई शिवम ने बताया कि शुभम लंबे समय से एयरफोर्स की तैयारी कर रहा था। SSC GD की भर्ती में लंबाई न होने से फेल हुआ
वह दो बार एयरफोर्स का एग्जाम दे चुका था। एक साल SSC GD की भर्ती में लंबाई कम होने से सलेक्शन नहीं हो पाया था। मौसेरे भाई ने बताया कि खेतों में पानी भरने से गेहूं की फसल खराब हो गई थी। इससे वह परेशान चल रहा था। उन्होंने बताया कि मंगलवार देर रात करीब 2 बजे वह खेतों की रखवाली कर घर आया था, जिसके बाद बरामदे में मफलर से फंदा लगाकर जान दे दी। सुबह परिजन सोकर उठे तो शव लटकता मिला। सचेंडी थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को पोस्टमॉर्टम भेज दिया गया है। —————- ये खबर भी पढ़िए- BSF जवान के पार्थिव शरीर से लिपटकर रोई पत्नी-बेटी: कानपुर में अंतिम विदाई, 500 युवा तिरंगा लेकर पहुंचे, अमृतसर में हार्ट अटैक से मौत कानपुर के रहने वाले BSF जवान का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह घर पहुंचा। अमृतसर में ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी। शव पहुंचते ही जवान के घर में कोहराम मच गया। पत्नी-बेटी और बेटा उनके शव से लिपटकर रोने लगे। जवान की अंतिम विदाई में काफी संख्या में लोग जुटे। अंतिम यात्रा के दौरान 500 से अधिक युवा तिरंगा लेकर निकले। “भारत माता की जय” और “वीर जवान अमर रहें” के नारे लगाए गए। पढ़ें पूरी खबर…
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