फर्रुखाबाद जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर एक बार फिर सवाल उठे हैं। लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी से कानपुर रेफर किए गए एक गंभीर मरीज को लेकर एंबुलेंस अस्पताल के गेट पर करीब 30 मिनट तक खड़ी रही। इस दौरान एंबुलेंस में मौजूद मरीज और उसके परिजन परेशान होते रहे। यह घटना लोहिया अस्पताल में हुई, जहां टीबी से पीड़ित धर्मेंद्र नामक मरीज को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया था। 108 एंबुलेंस मरीज को लेने पहुंची और उसे एंबुलेंस में बैठाने के बाद अस्पताल के मुख्य गेट के पास ही रुक गई। मरीज के साथ एंबुलेंस में बैठे धर्मपुर तराई निवासी श्री कृष्ण ने बताया कि उनका मरीज धर्मेंद्र टीबी की शिकायत के कारण गंभीर है। उन्होंने आरोप लगाया कि रेफर होने के बाद करीब आधे घंटे से एंबुलेंस गेट पर खड़ी है और मरीज को परेशानी हो रही है, लेकिन एंबुलेंस कर्मी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। उन्होंने चालक शेख का भी जिक्र किया, जिन्होंने अन्य कर्मचारियों के आने की बात कही थी। वहीं, एंबुलेंस के कर्मचारियों ने आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि वे रजिस्टर जमा करने गए थे। उन्होंने 30 मिनट तक एंबुलेंस के खड़े रहने के आरोप को गलत बताया। हालांकि, मरीज के परिजनों ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि गंभीर हालत में मरीज को लेकर वे आधे घंटे से खड़े थे और कोई उनकी सुनवाई नहीं कर रहा था।
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