अलीगढ़ के ऊपरकोट क्षेत्र के शीशे वाली मस्जिद इलाके में संपत्ति कर वसूली को लेकर नगर निगम की सीलिंग कार्रवाई विवादों में घिर गई। कार्रवाई से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि सील किए गए मकान के भीतर एक बच्चा बंद हो गया। नगर निगम की टीम ने मंगलवार को बकायेदार अफसर अली के भवन पर कार्रवाई करते हुए एक गेट पर सील लगाई। इस भवन पर करीब 94 हजार रुपए का संपत्ति कर लंबे समय से बकाया था। कई बार नोटिस देने और कुर्की की चेतावनी के बावजूद भुगतान नहीं किया गया। इसके बाद नगर निगम की टीम ने कार्रवाई की। सील के बाद अंदर फंस गया बच्चा कार्रवाई के दौरान क्षेत्रीय पार्षद अब्दुल मुत्तलिब मौके पर पहुंचे और सीलिंग का विरोध किया। पार्षद और स्थानीय लोगों का आरोप था कि निगम ने लापरवाही दिखाते हुए ऐसा गेट सील कर दिया, जिससे परिवार और बच्चा अंदर फंस गया। इसके चलते बच्चा स्कूल नहीं जा सका। मकान का दूसरा गेट खुला था सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह ने बताया कि संबंधित भवन में दो गेट हैं। आगे वाले गेट पर सील लगाई गई थी, दूसरे वाला खुला था। वायरल वीडियो में भी यह स्पष्ट हो रहा है। पार्षद का गाड़ी में बैठे अधिकारी से विवाद हो रहा है। बच्चे के स्कूल जाने की बात पर दूसरे गेट से बच्चे को छोड़ने के लिए अधिकारी कहते हुए नजर आ रहे हैं। कारखाने वाले गेट पर थी सील सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि सील उस गेट पर लगाई थी, जहां पहले कारखाना संचालित होता था। अब वहां बाइक और अन्य वाहन खड़े किए जाते हैं। इस गेट पर सील के कारण वाहन न निकलने से बच्चे को छोड़ने में परेशानी की बात कही गई थी। इस पर पैदल या अन्य वाहन से स्कूल भेजने के लिए कहा गया था। परिवार या बच्चे के अंदर बंद होने की बात पूरी तरह गलत है। 10 हजार जमा के बाद हटाई सील निगम के अधिकारियों ने बकाया जमा किए बिना सील खोलने से मना कर दिया। करीब दो घंटे तक चली बातचीत के बाद भवन स्वामी ने 94 हजार रुपए में से 10 हजार रुपए जमा किए। इसके बाद सील को हटा दिया गया।
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