जौनपुर में शीतलहर का प्रकोप लगातार छठे दिन भी जारी है। बुधवार को न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। बुधवार को जौनपुर में अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान आर्द्रता 86 प्रतिशत रही, जबकि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 154 अंक पर पहुंच गया। हवा 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। इससे पहले मंगलवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस था। आर्द्रता 82 प्रतिशत और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 194 अंक दर्ज किया गया था। मंगलवार को घना कोहरा छाया रहा, जबकि बुधवार को कोहरा नहीं दिखा और आसमान में बादल छाए रहे। लगातार गिरते पारे और सर्द हवाओं के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। सड़कों और बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए कई स्थानों पर दुकानों के आगे भी लोग आग तापते देखे गए। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट और घने कोहरे के कारण फसलों में पाला लगने की आशंका बढ़ गई है। राई, सरसों, अरहर, आलू, मिर्च, टमाटर और मटर जैसी फसलें पाले से प्रभावित हो सकती हैं। विशेष रूप से आलू की फसल को 40 से 80 प्रतिशत तक क्षति होने का अनुमान है। घना कोहरा बने रहने से अरहर की फसल को पर्याप्त धूप नहीं मिल पा रही है, जिससे उसके फूल झड़ रहे हैं। पाले के कारण फसलों के फूल और पत्तियां झुलसकर सिकुड़ने लगती हैं, कलियां झड़ने लगती हैं, और फलियों तथा फलों में बीज के दाने सिकुड़ जाते हैं या बनते ही नहीं हैं। इसका परिणाम अंततः फलियों और फलों के झड़ने के रूप में सामने आता है।
https://ift.tt/0sJ35ha
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply