क्राइम रिपोर्टर|दरभंगा जिला प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) द्वारा आयोजित जिला स्तरीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी कार्यक्रम मंगलवार को संयुक्त कृषि भवन, बहादुरपुर में शुरू हुआ। दो दिवसीय इस कृषि मेले का उद्घाटन मुख्य अतिथि एडीएम पीजीआरओ राजेश कुमार गुप्ता एवं जेडीए संजय नाथ तिवारी और जिला कृषि पदाधिकारी डॉ सिदार्थ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया,जह मेले में अधिकांश कुर्सी खाल ही दिख रहा था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीएम पीजीआरओ राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि किसान मेले का उद्देश्य किसानों को खेती के नवीन और वैज्ञानिक तरीकों से अवगत कराना है, ताकि वे आधुनिक पद्धतियों को अपनाकर अधिक उत्पादन और मुनाफा कमा सकें। जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. सिद्धार्थ ने किसानों से अपील की कि वे नवीनतम सरकारी कृषि योजनाओं की जानकारी लें और उनका अधिकतम लाभ उठाएं। जाले कृषि विज्ञान केंद्र की कृषि वैज्ञानिक निधि कुमारी ने रब्बी फसलों की बुवाई से संबंधित तकनीकी जानकारी विस्तार से किसानों को दी। मौके पर सहायक उप निदेशक कृषि यांत्रीकरण आकांक्षा कुमार, उप परियोजना निदेशक(आत्मा) मोना ऋचा, कमलेश सिंह, आत्मा के संजीव कान्त झा, सुमन कुमार सहित सभी कर्मी व पदाधिकारी उपस्थित थे। मेले में पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक के सभी कृषि कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य वहीं, किसान मेले में किसानों की बेहद कम उपस्थिति को लेकर जेडीए संजय नाथ तिवारी काफी नाराज नजर आए। उन्होंने खुले मंच से जिला कृषि पदाधिकारी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भविष्य में यह सुनिश्चित किया जाए कि पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक के सभी कृषि कर्मियों की मेले में अनिवार्य उपस्थिति हो और उनकी उपस्थिति दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि यदि कृषि सलाहकार, समन्वयक, प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं अन्य कर्मी समय पर यहां पहुंचे होते तो आज इस परिसर में पांव रखने की जगह नहीं होती, लेकिन हकीकत यह है कि यहां केवल वही किसान नजर आ रहे हैं जो रोजमर्रा के काम से प्रखंड कार्यालय आते हैं, जबकि वास्तविक किसान नदारद हैं। जेडीए ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि जो फसल वे अपने स्वयं के उपभोग के लिए उगाते हैं, उसमें कम से कम उर्वरक का प्रयोग करें ताकि शुद्ध और सुरक्षित भोजन मिल सके।
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