किशनगंज में पुलिस ने वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरजिला वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चार चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। यह सफलता पुलिस अधीक्षक सागर कुमार के नेतृत्व में जिलेभर में चलाए जा रहे विशेष वाहन चोरी विरोधी अभियान के तहत हासिल की गई है। पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ जिले में सक्रिय वाहन चोरों में हड़कंप मच गया है, बल्कि आम लोगों में भी पुलिस की सक्रियता को लेकर भरोसा बढ़ा है। 19 दिसंबर की चोरी से खुला पूरा मामला इस पूरे मामले की शुरुआत 19 दिसंबर 2025 को हुई, जब पोठिया थाना क्षेत्र में एक मोटरसाइकिल चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पीड़ित द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि चोरी की गई मोटरसाइकिल एक संदिग्ध के घर में छिपाकर रखी गई है। सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी जहीदुल रहमान उर्फ रहीम जमाल के घर छापेमारी की, जहां से चोरी की गई ग्लैमर एक्स ड्रीम मोटरसाइकिल (BR37AL4958) बरामद कर ली गई। हालांकि, पुलिस की भनक लगते ही आरोपी मौके से फरार हो गया। एसपी के निर्देश पर बनी विशेष टीम मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने तत्काल एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया। टीम को फरार आरोपी की गिरफ्तारी और गिरोह के पूरे नेटवर्क का खुलासा करने का निर्देश दिया गया। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों, मोबाइल लोकेशन और गुप्त सूचना के आधार पर लगातार छापेमारी शुरू की। नूरी चौक से दो आरोपियों की गिरफ्तारी विशेष टीम को सफलता तब मिली, जब नूरी चौक के पास से फरार आरोपी जहीदुल रहमान उर्फ रहीम जमाल और उसके साथी तबीरूद्दीन उर्फ तपीरूद्दीन (37 वर्ष) को चोरी की पल्सर मोटरसाइकिल (BR37K0126) के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी सेठाबारी, पोठिया थाना क्षेत्र के निवासी हैं और लंबे समय से वाहन चोरी की घटनाओं में संलिप्त थे। स्वीकारोक्ति से खुलते गए गिरोह के राज गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ किए जाने पर दोनों आरोपियों ने वाहन चोरी गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों के नाम उजागर किए। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने अगली कार्रवाई की। आरोपियों के बयान के आधार पर पुलिस ने अब्दुल साकिर, पिता अब्दुल गनी, निवासी चरली डिमहॉट, गलगलिया थाना क्षेत्र, को भोगडाबर इलाके से गिरफ्तार किया। उसके पास से काले-नीले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल (BR37AK8692) बरामद की गई। अररिया से चौथे आरोपी की गिरफ्तारी इसके बाद पुलिस टीम ने अंतरजिला नेटवर्क को उजागर करते हुए अररिया जिले में छापेमारी की। वहां सिंगवा निवासी अब्दुल सतार, पिता मो. सुलेमान, को माटीकुरा स्थित एक किराए के मकान से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से बिना नंबर प्लेट वाली अपाची मोटरसाइकिल बरामद की गई। पुलिस का कहना है कि यह मोटरसाइकिल भी चोरी की है और नंबर प्लेट हटाकर उसे दूसरे जिले में खपाने की तैयारी थी। चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अनुसंधानकर्ता को निर्देश दिया गया है कि वे सभी आवश्यक साक्ष्य जुटाकर शीघ्र चार्जशीट दाखिल करें, ताकि आरोपियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके। अन्य सदस्यों की तलाश जारी पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि यह गिरोह अंतरजिला स्तर पर सक्रिय था और चोरी की मोटरसाइकिलों को अलग-अलग जिलों में बेचने का नेटवर्क तैयार कर रखा था। पुलिस को आशंका है कि गिरोह में अभी और भी सदस्य शामिल हो सकते हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। वाहन चोरी पर लगेगा अंकुश पुलिस की इस कार्रवाई को जिले में वाहन चोरी की घटनाओं पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल के दिनों में बाइक चोरी की घटनाओं से आम लोग काफी परेशान थे, लेकिन इस खुलासे के बाद पुलिस पर भरोसा बढ़ा है। एसपी ने टीम को दी सराहना इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने पूरी टीम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि वाहन चोरी जैसे अपराधों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और किसी भी कीमत पर अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल पुलिस पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में वाहन चोरी गिरोह से जुड़े और भी बड़े खुलासे सामने आएंगे।
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