नीदरलैंड से एक परिवार मंगलवार को अपने पूर्वजों की जड़ों की तलाश करने वाराणसी के चौबेपुर पहुंचा। करीब 116 साल पुराने पारिवारिक संबंधों को खंगालने आए इस परिवार ने पुराने दस्तावेजों के आधार पर स्थानीय पुलिस और लोगों से संपर्क किया। परिवार के सदस्य वेदप्रकाश विजय ने बताया कि उनके दादा स्वर्गीय दुक्खी को ब्रिटिश शासन काल में 15 जनवरी 1909 को कलकत्ता से सूरीनाम भेजा गया था। वे 22 जनवरी 1909 को सूरीनाम पहुंचे थे। वहां 22 सितंबर 1909 को उन्हें जंगलों में काम करने के लिए एक ठेकेदार के पास लगाया गया था। इसी दौरान उनकी शादी मंगनी मनराज से हुई थी, जो उस समय पानी के जहाज में कार्यरत थीं। वेदप्रकाश विजय ने बताया कि यह सभी जानकारियां उन्हें पुराने अभिलेखों और दस्तावेजों से प्राप्त हुई हैं। दस्तावेजों में उनके दादा का मूल पता बनारस जनपद के चौबेपुर थाना क्षेत्र स्थित ग्राम बाबड़पुर दर्ज है। इसी पते के आधार पर वे अपने परिवार के साथ भारत पहुंचे हैं। वेदप्रकाश विजय अपनी पत्नी चंद्रावती और परिवार की सदस्य शिवानी व पूजा के साथ मंगलवार को चौबेपुर थाने पहुंचे।
अपने पूर्वज को बाबतपुर गांव में जाकर तलाश करेंगे उन्होंने पुलिस को दस्तावेज दिखाए और ग्राम बाबड़पुर व आसपास के क्षेत्रों के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने उन्हें बाबतपुर गांव, चोलापुर क्षेत्र और बाबतपुर एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों की जानकारी दी। हालांकि, पहले दिन परिवार को अपने पूर्वजों या रिश्तेदारों से जुड़ी कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद वे वापस लौट गए। वेदप्रकाश विजय ने बताया कि बुधवार को वे बाबतपुर गांव जाकर ग्रामीणों से सीधे संपर्क कर अपने पूर्वजों और परिजनों की तलाश करेंगे।
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