बांका जिले के रजौन प्रखंड में पिछले पांच दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। घना कोहरा और तापमान में लगातार गिरावट के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोग ठंड से बचने के लिए जगह-जगह अलाव का सहारा ले रहे हैं। सुबह और शाम के समय दृश्यता काफी कम हो गई है। कई इलाकों में सुबह के समय दृश्यता 100 मीटर से भी कम दर्ज की गई, जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ गई है। इस ठंड का सबसे अधिक असर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर देखा जा रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार सहित अन्य मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। बस स्टैंड सहित कई सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था न होने से राहगीरों और दैनिक मजदूरों को ठंड में कठिनाई हो रही है। स्कूली बच्चों पर भी ठंड का प्रभाव स्पष्ट दिख रहा है। जिला प्रशासन ने 25 दिसंबर तक स्कूलों के समय में बदलाव किया है, लेकिन बच्चों को अभी भी पूरी राहत नहीं मिल पाई है। अभिभावक बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं, जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन ठंड की गंभीरता को देखते हुए आगे भी स्कूलों के समय में बदलाव या अवकाश की घोषणा कर सकता है।
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