प्रयागराज में भीषण ठंड व गलन से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यहां 11℃ तक पारा पहुंचा है। लोगों के लिए अलाव ही सहारा बना हुआ है। वहीं, दूसरी ओर ठंड के चलते ज्यादातर स्कूलों ने छुट्टी कर दी है लेकिन परिषदीय व कुछ अन्य विद्यालय अभी भी संचालित हो रहे हैं, हालांकि स्कूल की टाइमिंग सुबह 10 बजे से 3 बजे तक के लिए किया गया है। वहीं, कोहरे के चलते मुंबई व दिल्ली जैसे शहरों से आने वाली ट्रेनें घंटों से विलंब से पहुंच रही हैं। वहीं डॉक्टर्स भी लोगों को ठंड से बचने की सलाह दे रहे हैं। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर व SRN हॉस्पिटल के सीनियर न्यूरो फिजिशियन डाॅ. कमलेश सोनकर अपनी OPD में आने वाले मरीजों को ठंड से बचाव की नसीहत दे रहे हैं। वह बताते हैं कि ठंड में ब्रेन स्ट्रोक व कार्डियक अरेस्ट के खतरे कई गुना ज्यादा बढ़ जाते हैं, ऐसे में सुबह-सुबह अचानक बिस्तर से बाहर निकलना खतरनाक हो सकता है। “ब्रेन हेमरेज के केस बढ़ने का खतरा ज्यादा” न्यूरो फिजिशियन डॉ. कमलेश सोनकर ने बताया, ब्रेन हेमरेज व नसों में क्लाटिंग हो जाती है। यह ठंड में होता है। यदि फालिस का अटैक हो जाता है तो यदि 4.30 घंटे के अंदर अस्पताल में पहुंचते हैं तो उन्हें सरकार की ओर से सभी महंगी दवाईयां फ्री में उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए कुछ क्राइटेरिया है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर ये स्ट्रोक शुगर व ब्लड प्रेशर के मरीजों में ज्यादा खतरा होता है। यंग में भी स्ट्रोक का खतरा देखा जा रहा है।
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