गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में प्रस्तावित पीडीए महापंचायत चौपाल का आयोजन ऐन वक्त पर रद्द कर दिया गया। प्रशासन द्वारा अनुमति निरस्त किए जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। यह कार्यक्रम 22 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक एक निजी मैरिज हॉल में आयोजित होना था। प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए 6 दिसंबर को अनुमति प्रदान की थी। कार्यक्रम में अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। वहीं, समाजवादी पार्टी के गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी और मोहम्मदाबाद विधायक शोएब अंसारी को विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होना था। आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। मंच सज चुका था और कुर्सियां भी लगा दी गई थीं। इसी बीच 21 दिसंबर की रात प्रशासन ने आयोजक शशिकांत शर्मा उर्फ भंवर को कार्यक्रम की अनुमति रद्द किए जाने की सूचना दे दी। ऐन वक्त पर कार्यक्रम निरस्त होने से आयोजकों और समर्थकों में भारी निराशा देखी गई। कार्यक्रम रद्द किए जाने को लेकर आयोजक शशिकांत शर्मा और पुलिस के बीच हुई बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया, जिसके बाद मामला और अधिक राजनीतिक रूप से गरमा गया। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। इस पूरे प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा कि पीडीए महापंचायत चौपाल के लिए प्रशासन से विधिवत अनुमति ली गई थी और यह कार्यक्रम किसी भी प्रकार से जातिगत नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक दबाव में आकर कार्यक्रम को रद्द किया गया है।
https://ift.tt/u3Vf58c
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply