गोरखपुर में धार्मिक और आध्यात्मिक साहित्य के क्षेत्र में विश्वविख्यात गीताप्रेस ने अपने विस्तार को नई दिशा देते हुए फ्रेंचाइजी योजना की शुरुआत कर दी है। इस पहल के तहत अब गीताप्रेस की पुस्तकें सीधे एक्सक्लूसिव शोरूम के माध्यम से पाठकों तक पहुंचेंगी। प्रबंधन का मानना है कि इससे पाठकों को प्रमाणिक साहित्य एक ही स्थान पर व्यवस्थित रूप से उपलब्ध हो सकेगा। फ्रेंचाइजी योजना की शुरुआत पड़ोसी देश नेपाल से की गई है। नेपाल के बुटवल शहर में इसी माह गीताप्रेस का पहला अधिकृत फ्रेंचाइजी शोरूम शुरू कर दिया गया है। गीताप्रेस प्रबंधन के अनुसार, नेपाल के बाद अन्य देशों और भारत के प्रमुख शहरों में भी इस मॉडल को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना है। अब तक बुकसेलरों के जरिए होती थी बिक्री
अब तक गीताप्रेस देश-विदेश में अपनी पुस्तकों की आपूर्ति बुकसेलरों और थोक विक्रेताओं के माध्यम से करता रहा है। नए फ्रेंचाइजी मॉडल के तहत पाठकों को गीताप्रेस का पूरा प्रकाशन संग्रह एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उन्हें धार्मिक और आध्यात्मिक साहित्य की व्यापक श्रृंखला तक सीधी पहुंच मिलेगी। गीताप्रेस प्रबंधन ने फ्रेंचाइजी योजना के लिए स्पष्ट और सख्त शर्तें तय की हैं, ताकि संस्था की पहचान, गुणवत्ता और मूल्यों से कोई समझौता न हो। फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति के पास अपनी स्वयं की दुकान होना अनिवार्य होगा। शोरूम में केवल गीताप्रेस द्वारा प्रकाशित पुस्तकें ही रखी जाएंगी और किसी अन्य प्रकाशक या विक्रेता की किताबों की बिक्री की अनुमति नहीं होगी। एक्सक्लूसिव शोरूम की अलग पहचान
हर फ्रेंचाइजी शोरूम के बाहर गीताप्रेस का अधिकृत बोर्ड लगाया जाएगा, जिससे यह स्पष्ट रहे कि यह एक एक्सक्लूसिव गीताप्रेस शोरूम है। इसके साथ ही यह भी तय किया गया है कि एक शहर में केवल एक ही फ्रेंचाइजी शोरूम संचालित किया जाएगा, ताकि संचालन में पारदर्शिता और व्यवसायिक संतुलन बना रहे। फ्रेंचाइजी संचालकों को सामान्य बुकसेलरों की तुलना में छह प्रतिशत अधिक छूट दी जाएगी। प्रबंधन का कहना है कि इससे संचालकों को आर्थिक रूप से लाभ होगा और वे पूरी निष्ठा के साथ गीताप्रेस के साहित्य के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगे। शोरूम की साज-सज्जा भी तय डिजाइन पर
फ्रेंचाइजी शोरूम के भीतर उपयोग होने वाले फर्नीचर और सजावट भी गीताप्रेस द्वारा तैयार किए गए तय डिजाइन के अनुसार होगी। इन फर्नीचर के निर्माण में भी गीताप्रेस आर्थिक सहयोग प्रदान करेगा, ताकि सभी शोरूम में एकरूपता, गरिमा और सांस्कृतिक पहचान बनी रहे। गीताप्रेस प्रबंधन का कहना है कि इस फ्रेंचाइजी योजना का मुख्य उद्देश्य धार्मिक, सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों से समृद्ध साहित्य को पाठकों तक अधिक व्यवस्थित, विश्वसनीय और सम्मानजनक तरीके से पहुंचाना है। साथ ही, यह मॉडल गीताप्रेस की विचारधारा और परंपरा को वैश्विक स्तर पर और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।
https://ift.tt/1gPMpm6
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply