राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, शिवहर परिसर में श्रीनिवास रामानुजन टैलेंट हंट परीक्षा (गणित) के पुरस्कार वितरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र एवं नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों की बड़ी भागीदारी रही। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई, जिसके बाद दीप प्रज्वलन कर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जिला दंडाधिकारी प्रतिभा रानी, पिपराही प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी आदित्य सौरभ तथा विशेष कार्य पदाधिकारी सह जिला योजना पदाधिकारी संदीप कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मेधावी विद्यार्थियों को मिला सम्मान मुख्य अतिथियों ने रामानुजन टैलेंट हंट परीक्षा में चयनित विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में रैंक 3, 4 और 5 प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार भी दिए गए। रैंक 3 प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 800 रुपए, रैंक 4 को 700 रुपए और रैंक 5 को 600 रुपए की राशि प्रदान की गई। वहीं, रैंक 6 से रैंक 10 तक स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाकर विद्यार्थियों के चेहरे पर आत्मविश्वास और खुशी साफ झलक रही थी। रामानुजन का जीवन आज भी प्रेरणास्रोत: प्राचार्य कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केशवेंद्र चौधरी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन और उनके योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रामानुजन ने सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपनी असाधारण प्रतिभा, आत्मविश्वास और गणित के प्रति अटूट समर्पण के बल पर विश्व स्तर पर पहचान बनाई। डॉ. चौधरी ने विद्यार्थियों से अपील की कि वे रामानुजन के जीवन से प्रेरणा लेते हुए कठिनाइयों को अवसर में बदलें और निरंतर अभ्यास व जिज्ञासा के माध्यम से अपनी प्रतिभा को निखारें। प्रतिभा खोज कार्यक्रम से बढ़ता है नवाचार: डीएम अपने संबोधन में जिला दंडाधिकारी प्रतिभा रानी ने कहा कि इस प्रकार के प्रतिभा खोज कार्यक्रम विद्यार्थियों में तार्किक सोच, समस्या-समाधान क्षमता और नवाचार को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा कि गणित केवल अंकों का विषय नहीं है, बल्कि यह जीवन में निर्णय लेने और जटिल समस्याओं को सुलझाने की क्षमता विकसित करता है। डीएम ने विद्यार्थियों को अनुशासन, निरंतर प्रयास और जिज्ञासा के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी और कहा कि ऐसे मंच विद्यार्थियों को अपनी छिपी प्रतिभा पहचानने का अवसर देते हैं। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से मिलता है आत्मविश्वास: बीडीओ कार्यक्रम में बीडीओ आदित्य सौरभ ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्रों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, आत्मविश्वास और लक्ष्य के प्रति समर्पण की भावना विकसित करती हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगिताओं में भाग लेना विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम का सफल संचालन कार्यालय आदेश के अनुसार इस कार्यक्रम के सफल संचालन की जिम्मेदारी प्रो. सौरभ कुमार झा, सहायक प्राध्यापक (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) एवं श्री सूर्यमणि कुमार, सहायक प्राध्यापक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) को सौंपी गई थी। दोनों शिक्षकों के समन्वय से कार्यक्रम सुव्यवस्थित और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। समारोह के अंत में उपस्थित अतिथियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने इस आयोजन की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक एवं प्रतिभा आधारित कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया। राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा और उत्साह का स्रोत साबित हुआ।
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