बरेली में जज की सगी भतीजी और अधिवक्ता महजबीन की हत्या के मामले में अब परिवार सड़कों पर उतर आया है। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज परिवार ने कलेक्ट्रेट गेट पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। भूख हड़ताल में जज का पूरा परिवार बैठा है, वहीं समर्थन में दर्जनों वकील भी शामिल हुए हैं। भूख हड़ताल पर बैठे सीनियर एडवोकेट अच्छन अंसारी और महजबीन के चाचा ने कहा कि जब एक जज और वकीलों का पूरा परिवार इंसाफ के लिए भटक रहा है, तो आम आदमी की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है। उनका कहना है कि पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बेटी बचाओ का नारा, लेकिन दहेज के लिए बेटी की हत्या महजबीन की बहन वकील यासमीन ने कहा कि वह अपनी बहन के हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी चाहती हैं। सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात करती है, लेकिन हकीकत यह है कि दहेज के लिए बेटियों की हत्या की जा रही है। जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे, तब तक यह भूख हड़ताल जारी रहेगी। यह पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही है। एक वकील परिवार होने के बावजूद इंसाफ नहीं मिल पा रहा है। एक महीने बाद भी नहीं पकड़े गए सभी आरोपी महजबीन की मां ने कहा- उनकी बेटी के हत्यारे अब तक खुलेआम घूम रहे हैं, इसी वजह से परिवार को भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा है। आजाद समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता अच्छन अंसारी ने बताया कि 27 नवंबर 2025 को उनकी भतीजी महजबीन की शादी को सिर्फ 9 महीने हुए थे। उसी दौरान ससुराल वालों ने ऑटोमैटिक कार की मांग को लेकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि पति और सास-ससुर को परिवार ने खुद पकड़कर पुलिस को सौंपा था, लेकिन अब तक देवर और ननदों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हत्या को एक महीना बीत चुका है, लेकिन जांच अधूरी है। जब वकीलों को ही इंसाफ नहीं, तो आम जनता का क्या लखीमपुर से भूख हड़ताल में शामिल होने पहुंचे अधिवक्ता अजय कुमार पांडेय ने कहा कि जब वकीलों को ही न्याय के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है, तो आम जनता की स्थिति समझी जा सकती है। अब पढ़िए पूरा मामला 27 फरवरी 2025 को हुई थी शादी 25 वर्षीय अधिवक्ता महजबीन की शादी प्रेमनगर थाना क्षेत्र के शाहाबाद निवासी डॉक्टर तलहा से 27 फरवरी 2025 को हुई थी। बारादरी थाना क्षेत्र के कांकर टोला चाचा अच्छन अंसारी ने बताया कि शादी में कार सहित सभी मांगें पूरी की गई थीं, लेकिन इसके बाद भी ऑटोमैटिक कार की मांग शुरू हो गई। एलएलएम की पढ़ाई भी छुड़वा दी महजबीन की मां नसीमा बानो ने बताया कि उनकी बेटी एलएलएम कर रही थी और जज बनना चाहती थी। शादी के बाद ससुराल वालों ने उसकी पढ़ाई छुड़वा दी और कहा कि डॉक्टर बनाएंगे। मां का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनकी बेटी को इस तरह मार दिया जाएगा। 8 लोगों के खिलाफ FIR इस मामले में प्रेमनगर थाने में पति डॉ. मोहम्मद तलहा, देवर डॉ. मोहम्मद हमजा, देवर मोहम्मद जैद, ससुर डॉ. मेंहदी हसन, सास आसमा, ननद उजमा, ननद चमन और ननदोई फैजान के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। सीओ सिटी आशुतोष शिवम के मुताबिक मामले की जांच जारी है। पोस्टमार्टम में हैंगिंग, विसरा सुरक्षित पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई है और विसरा सुरक्षित रखा गया है। परिजनों का आरोप है कि शरीर पर संघर्ष के निशान थे और यह सामान्य मौत नहीं है। अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी मौत ससुराल वाले महजबीन को रात करीब पौने तीन बजे मेडिनोवा अस्पताल लेकर पहुंचे थे। अस्पताल स्टाफ ने कार में ही उसे मृत पाया। डॉक्टरों ने भी साफ कहा कि यह नॉर्मल डेथ नहीं है। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। टाइमलाइन • 27 फरवरी 2025 – महजबीन की शादी • शादी के बाद – ऑटोमैटिक कार की मांग • एलएलएम की पढ़ाई छुड़वाई गई • 27 नवंबर 2025 – गला दबाकर हत्या • FIR दर्ज – 8 आरोपी नामजद • एक महीना बाद – परिवार भूख हड़ताल पर
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