हाथरस में गिरते पारे के कारण सांस और दिल की बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 100 से अधिक ऐसे मरीज आ रहे हैं। अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ न होने के कारण गंभीर मरीजों को इलाज मिलना मुश्किल हो रहा है, जिससे उन्हें अन्यत्र रेफर करना पड़ रहा है। इसी बीच, शहर के मोहल्ला गढ़ी तमना में गिर्राज किशोर (70) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह चलते-चलते गिर पड़े। परिवार के लोग उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए। जिला अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। सोमवार को भी जिला अस्पताल की ओपीडी में इन बीमारियों से संबंधित 100 से अधिक मरीज पहुंचे। सर्दी बढ़ने के साथ संक्रामक रोगों के मरीजों की संख्या में कमी आई है, लेकिन दिल और सांस के मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। एक माह पहले जहां प्रतिदिन 20 से 50 मरीज सांस की बीमारी के आते थे, वहीं अब यह संख्या 100 से अधिक हो गई है। अधिकांश मरीजों को सीने में दर्द और सांस फूलने की समस्या हो रही है। जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. वरुण चौधरी ने बताया कि ठंड में नसें सिकुड़ने लगती हैं, जिससे सांस के मरीजों की दिक्कतें बढ़ जाती हैं और ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है। उन्होंने विशेषकर बुजुर्गों और पहले से बीमार मरीजों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है। ब्लड प्रेशर की नियमित जांच कराते रहें इन बीमारियों के सामान्य लक्षणों में शरीर के एक तरफ के हाथ-पैर का काम न करना, सांस लेने में परेशानी, सिर में तेज दर्द और शरीर के किसी एक हिस्से में कमजोरी आना शामिल है। ठंड से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतना आवश्यक है। घर से बाहर निकलते समय सिर, हाथ और पैरों को अच्छी तरह ढककर रखें। हृदय और ब्लड प्रेशर के मरीज सुबह घर से बाहर निकलने से बचें और नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहें।
https://ift.tt/V4KaSJ5
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply