कौशांबी में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिलाध्यक्ष चंदू तिवारी के नेतृत्व में डायट मैदान में मासिक बैठक की। बैठक के बाद किसान यूनियन के कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने बीज वितरण में अव्यवस्था, किसान पंजीकरण में गड़बड़ी, खाद की किल्लत और चकबंदी में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया। किसानों का आरोप है कि चकबंदी सरकार के तय मानकों के अनुसार नहीं हो रही है, जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। एयरपोर्ट और हाईवे में गई जमीन का पूरा मुआवजा मांगा किसान यूनियन ने एयरपोर्ट निर्माण और कौशांबी तीर्थ स्थल तक बन रहे हाईवे में किसानों की ली गई जमीन का उचित मुआवजा दिलाने की मांग की। साथ ही पिपरी ग्राम सभा में कट मार्ग न होने से किसानों और मजदूरों को हो रही परेशानी का मुद्दा भी उठाया गया। धान की खरीद MSP पर न होने का आरोप किसानों ने आरोप लगाया कि मंसूरी धान को छोड़कर अन्य किस्मों के धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर नहीं की गई। मजबूरी में किसानों को 1500 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से धान व्यापारियों को बेचना पड़ा, जिससे वे आर्थिक संकट में हैं। KCC धारकों का कर्ज माफ करने की मांग किसान यूनियन ने केसीसी धारक किसानों का कर्ज माफ करने की मांग की। यूनियन का कहना है कि बीज की कीमत 700 रुपये किलो और धान की बिक्री 15 रुपये किलो होने से किसान की लागत भी नहीं निकल पा रही है, जिससे किसान आत्महत्या तक को मजबूर हो सकता है। छह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा किसानों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए सभी समस्याओं का जल्द समाधान कराने की मांग की। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष चंदू तिवारी, आरके दूबे, बच्चा लाल प्रजापति, बिंदेश्वरी प्रसाद, राम नरेश गौर, शिव प्रसाद, अजय मिश्रा, संत लाल, सुनील सिंह, सुधीर दूबे समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। भाकियू की प्रमुख छह सूत्रीय मांगें
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