औरंगाबाद के रिसियप थाना क्षेत्र के गमहारी गांव स्थित ब्रह्म स्थान के पास एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर देर रात सड़क किनारे गड्ढे में पलट गया। हादसे में ट्रैक्टर के ड्राइवर समेत 2 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में थाना क्षेत्र के ही मुखतारपुर टोले सरेया गांव निवासी अनिल कुमार चंद्रवंशी और मिश्र करमा टोले बाबूलाल बिगहा गांव के रहने वाले शिवा कुमार शामिल है। परिजनों ने बताया कि मृतक अनिल कई साल से सुंदरगंज बाजार स्थित इसरार अंसारी के घर पर रहकर मजदूरी करता था। इसरार अंसारी की गिट्टी, छड़, सीमेंट का दुकान है। रविवार की देर शाम अनिल ट्रैक्टर पर सीमेंट, छड़ और गिट्टी लेकर शिवा कुमार के साथ किसी गांव में पहुंचाने गया था। दोनों ने सीमेंट, छड़ व गिट्टी को ग्राहक के पास सुरक्षित पहुंचा दिया। इसके बाद दोनों ट्रैक्टर पर सवार होकर वापस सुंदरगंज बाजार लौट रहे थे। जैसे ही दोनों थाना क्षेत्र के मौआर खैरा गांव होते हुए सुंदरगंज रोड में गमहारी गांव स्थित ब्रह्म स्थान के पास पहुंचे, तभी तेज रफ्तार ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गया। सड़क निर्माण के लिए खोदे गए थे गड्ढे गांव के लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण के लिए गड्ढे खुदवाए गए थे, जिसकी भराई नही की गई थी। घना कोहरा होने के कारण अनिल को कुछ दिखाई नहीं दिया और ट्रैक्टर बेकाबू होकर पलट गया, जिसके नीचे दबने से दोनों की मौत हो गयी। घटना के बाद काफी देर तक दोनों घटनास्थल पर ही पड़े रहे। उसी रास्ते से गुजर रहे राहगीरों की नजर जब पलटे ट्रैक्टर पर पड़ी तो शोरगुल मचाया। शोरगुल की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण पहुंचे तो देखा कि दो लोग ट्रैक्टर के नीचे दबे हुए हैं। इसके बाद दोनों को बाहर निकाला और रिसियप थाना की पुलिस को सूचना दी। सूचना पर रिसियप थानाध्यक्ष संजीत कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों को बाहर निकाला। इसके बाद शव की पहचान कर घटना की सूचना परिजनों को दी। सूचना पर बदहवास परिजन घटनास्थल पर पहुंचे रिसियप थाना की पुलिस दोनों शव को कब्जे के लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुट गई। लेकिन वहां मौजूद आक्रोशित लोगों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाए जाने तथा घटनास्थल पर सीनियर अधिकारियों को बुलाए जाने की मांग को लेकर शव को उठाने से मना कर दिया। फिलहाल पुलिस लोगों को समझाने बुझाने में जुटी है। मृतक के पिता बोले- कॉल रिसीव नहीं हुआ तो ढूंढने निकला था मृतक शिव के पिता श्याम नारायण राम ने बताया कि जब उसका बेटा देर शाम तक घर नहीं पहुंचा तो उसने कई बार उसके मोबाइल पर फोन लगाया लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं किया। अंत में वह उसे ढूंढने निकल पड़ा। वह उसे ढूंढते हुए सुंदरगंज बाजार तक गया लेकिन कहीं उसका आता पता नहीं चला। सुबह दुर्घटना में उसकी मौत की जानकारी मिली। घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं दोनों गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। ट्रैक्टर चालक अनिल के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। जबकि शिवा का भी एक मासूम बच्चा है। जिनके सर से पिता का साया उठ चुका है।
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