बिहार में पहली बार एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के तहत ईस्ट जोन वाइस चांसलर्स एक मंच जुटेंगे। आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी में एआईयू की ईस्ट जोन वाइस चांसलर्स मीट 2025-26 का आयोजन किया जा रहा है। यह पहली बार है जब बिहार के किसी यूनिवर्सिटी को इस राष्ट्रीय स्तर की बैठक की मेजबानी का अवसर मिला है। दो दिवसीय कार्यक्रम 22 और 23 दिसंबर को कैंपस में होगा। यूनिवर्सिटी के कुलपति शरद कुमार यादव ने बताया कि इस मीटिंग का मुख्य विषय उच्च शिक्षण संस्थानों में सतत विकास और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम में देश के पूर्वी क्षेत्र की 70 से अधिक यूनिवर्सिटी के कुलपति और वरिष्ठ शिक्षाविद शामिल हो रहे हैं। कई यूनिवर्सिटी के कुलपति ऑनलाइन भी जुड़ेंगे। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान होंगे मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि हैं, जबकि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी विशेष अतिथि होंगे। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी सम्मानित अतिथि के तौर कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। कुलपति ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच के अनुरूप एकेयू में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से स्टेम सेल टेक्नोलॉजी, एस्ट्रोनॉमी और दर्शनशास्त्र जैसे नए स्कूल शुरू किए गए हैं। यह बैठक न केवल एकेयू बल्कि बिहार को राष्ट्रीय उच्च शिक्षा के मानचित्र पर मजबूत पहचान दिलाएगी। भारत में उच्च शिक्षा के मानकों और गुणवत्ता को बनाए रखना मकसद एआईयू अध्यक्ष प्रो. विनय पाठक ने कहा कि विश्वविद्यालयों को एक साथ लाने और उनके बीच बेहतर तालमेल बिठाने का अवसर प्रदान करना इसका मकसद है। उच्च शिक्षा के मानकों और गुणवत्ता को बनाए रखने पर चर्चा करना। सांस्कृतिक, अकादमिक, खेल और शोध संबंधी गतिविधियों के लिए उच्च स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित कराना है। वहीं, एआईयू के जनरल सेक्रेटरी पंकज मित्तल ने बताया कि कुलपतियों की बैठकों का मुख्य मकसद भारत में उच्च शिक्षा के मानकों और गुणवत्ता को बनाए रखना, विश्वविद्यालयों के बीच समन्वय स्थापित करना है, ताकि विकसित भारत के विजन को साकार किया जा सके।
https://ift.tt/FmIeAv7
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply