गया शहर के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गैलेंट इंडिया फाउंडेशन द्वारा “मगध पुस्तक मेला सह संस्कृति महोत्सव 2025” का आयोजन किया जाएगा। यह महोत्सव 23 दिसंबर 2025 से 2 जनवरी 2026 तक चलेगा। इसका उद्देश्य सांस्कृतिक चेतना, साहित्यिक परंपरा और सृजनात्मक ऊर्जा को एक व्यापक मंच प्रदान करना है। इस संबंध में रविवार को आयोजकों ने एक प्रेस वार्ता में विस्तृत जानकारी दी। आयोजकों ने बताया कि यह महोत्सव केवल पुस्तकों और साहित्य प्रेमियों के लिए ही नहीं, बल्कि संस्कृति, कला, संगीत और सामाजिक संवाद को भी एक साथ जोड़ेगा। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिष्ठित प्रकाशक, लेखक, कवि, साहित्यकार और कलाकार भाग लेंगे। हजारों की संख्या में पुस्तकें, साहित्यिक पत्रिकाएं और शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध होंगी। युवाओं और छात्रों के लिए स्पेशल सेशन, वर्कशॉप, प्रतियोगिता भी होगी पुस्तक मेले के साथ-साथ संस्कृति महोत्सव के तहत प्रतिदिन कवि सम्मेलन, मुशायरा, पुस्तक विमोचन, लेखक संवाद, नाटक, लोक नृत्य, शास्त्रीय एवं लोक संगीत प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। युवाओं और छात्रों के लिए विशेष सत्र, वर्कशॉप और प्रतियोगिताएं भी होंगी, जिनका उद्देश्य नई पीढ़ी को साहित्य और संस्कृति से जोड़ना है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य मगध क्षेत्र की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। गांधी मैदान जैसे ऐतिहासिक स्थल पर यह आयोजन गया की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊर्जा देगा। साथ ही, स्थानीय कलाकारों, लेखकों और शिल्पकारों को भी अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। आयोजक बोले- आने वालों की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा आयोजकों ने बताया कि मेले की सभी तैयारियां समय पर पूरी की जाएंगी। आगंतुकों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। महोत्सव में प्रवेश निःशुल्क रहेगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बन सकें। प्रेस वार्ता के अंत में, आयोजकों ने गया सहित पूरे मगध क्षेत्र के साहित्यप्रेमियों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों से अपील की कि वे बड़ी संख्या में आकर मगध पुस्तक मेला सह संस्कृति महोत्सव 2025 को सफल बनाएं और साहित्य व संस्कृति के इस महापर्व का आनंद लें।
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