बागपत जनपद के अशोक वाटिका, अहेड़ा रोड पर किसानों ने एक विशाल सभा का आयोजन किया। इस सभा की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहलवान मुनेंद्र गुर्जर ने की। लगभग 4 से 5 घंटे तक चली इस बैठक में किसानों की लंबित समस्याओं पर गंभीर चर्चा हुई। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने शासन, प्रशासन और सरकार पर किसानों की मूलभूत समस्याओं का समाधान न करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों और आम जनता में रोष बढ़ रहा है। बैठक में 11 सूत्रीय मांगें रखी गईं। इन मांगों में स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करना, एमएसपी की कानूनी गारंटी, किसान आंदोलन में मृत किसानों को शहीद का दर्जा देना, कर्ज माफी, गन्ने का रेट 500 रुपये प्रति कुंतल करना, भूमि अधिग्रहण में किसानों की सहमति अनिवार्य करना, लंबित मुआवजा मामलों का शीघ्र निपटारा, सर्किल रेट में समयानुसार संशोधन, बिजली निजीकरण का विरोध, अग्निवीर योजना समाप्त कर पुरानी भर्ती बहाल करना और दिल्ली-एनसीआर में वाहनों की वैधता कम से कम 15 वर्ष करना शामिल हैं। बागपत के जिला अध्यक्ष सज्जन गुर्जर ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं, लेकिन आज वे सबसे अधिक उपेक्षित हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष पहलवान मुनेंद्र गुर्जर ने राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो संगठन आंदोलन के लिए विवश होगा। सभा के समापन पर, राष्ट्रपति को संबोधित 11 सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा को सौंपा गया। इस दौरान संगठन के राष्ट्रीय, प्रदेश, मंडल और जिला स्तर के कई पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
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