सीवान के आंदर थाना क्षेत्र से एक बार फिर कानून-व्यवस्था की गंभीर लापरवाही को उजागर करने वाली सनसनीखेज घटना सामने आई है। हुजहुजीपुर गांव के समीप रविवार को दिनदहाड़े बेखौफ अपराधियों ने एक ऑटो चालक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में ऑटो चालक रामाशंकर गुप्ता गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक इलाज के बाद बेहतर उपचार के लिए पटना रेफर किया गया है। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है, वहीं पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बाजार जा रहे थे, रास्ते में घात लगाए अपराधियों ने रोका ऑटो प्राप्त जानकारी के अनुसार, आंदर थाना क्षेत्र के हुजहुजीपुर निवासी हरिहर साह के 50 साल के बेटे रामाशंकर गुप्ता रोज की तरह रविवार को अपना ऑटो लेकर बाजार की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे गांव के समीप पहुंचे, पहले से घात लगाए बाइक सवार अपराधियों ने उनका ऑटो रोक लिया। इससे पहले कि रामाशंकर कुछ समझ पाते, अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ तीन राउंड फायरिंग कर दी। इस दौरान एक गोली सीधे रामाशंकर के सीने में जा लगी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़े। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग सहम गए। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी बिना किसी डर के मौके से फरार हो गए। घटना के बाद इलाके में दहशत दिनदहाड़े हुई इस फायरिंग की घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं रह गया है। लोगों ने बताया कि घटना के बाद काफी देर तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची, जिससे लोगों में आक्रोश भी देखने को मिला। ग्रामीणों का कहना है कि आंदर थाना क्षेत्र में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही है। जमीन विवाद से जुड़ा है मामला घायल रामाशंकर गुप्ता के परिजनों और स्थानीय लोगों ने इस घटना को जमीन विवाद से जोड़कर देखा है। परिजनों का आरोप है कि कुछ महीने पहले रामाशंकर का अपने पट्टीदारों से जमीन को लेकर विवाद हुआ था। इसी विवाद में उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजा गया था। परिजनों का कहना है कि जेल से बाहर आने के बाद भी रामाशंकर को लगातार धमकियां मिल रही थीं, लेकिन पुलिस ने उनकी सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उनका साफ कहना है कि यदि पुलिस समय रहते मामले को गंभीरता से लेती और एहतियाती कार्रवाई करती, तो यह गोलीकांड टल सकता था। अस्पतालों की व्यवस्था पर भी सवाल घटना के बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायल रामाशंकर को पहले आंदर के स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल, सीवान रेफर किया गया। सदर अस्पताल में प्राथमिक जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया। सदर अस्पताल के डॉक्टर मुकेश रंजन ने बताया कि गोली सीने में फंसी हुई है और अस्पताल में ऑपरेशन की पर्याप्त सुविधा नहीं होने के कारण मरीज को पटना भेजा गया है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में गोली निकालने जैसी आपात चिकित्सा सुविधा अब तक क्यों उपलब्ध नहीं है। पुलिस की जांच, लेकिन सवाल बरकरार आंदर थाना प्रभारी पपन कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला जमीनी विवाद से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। हालांकि सवाल यह उठता है कि जब पुलिस को पहले से जमीन विवाद और मारपीट की जानकारी थी, तो समय रहते एहतियाती कार्रवाई क्यों नहीं की गई। दिनदहाड़े फायरिंग की यह घटना न सिर्फ आंदर थाना क्षेत्र, बल्कि पूरे सीवान जिले की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान लगा रही है।
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