बांका टाउन थाना क्षेत्र में व्यवसायियों से बिलिंग सॉफ्टवेयर के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि एक युवक ने बांका जिले के दर्जनों व्यवसायियों से करीब 25 लाख रुपए की धोखाधड़ी की, जबकि देवघर और गोड्डा के व्यवसायियों को भी इसी तरह अपना शिकार बनाया। तीनों जिलों को मिलाकर ठगी की कुल राशि करीब 3 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी विक्रम कुमार है, जो बांका के बौंसी थाना क्षेत्र अंतर्गत दलिया गांव का निवासी है। झारखंड के गोड्डा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही बांका के कई पीड़ित व्यवसायी गोड्डा पहुंच गए और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। नौकरी के नाम पर शुरू की ठगी पीड़ित व्यवसायियों का कहना है कि विक्रम कुमार पहले देवघर में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। बाद में उसने अपनी रणनीति बदली और बांका आकर व्यापारियों को बिलिंग सॉफ्टवेयर के नाम पर फंसाने लगा। वह खुद को आईटी एक्सपर्ट बताकर दुकानदारों को लाइफटाइम लाइसेंस, फ्री एसएमएस, फ्री व्हाट्सएप इंटीग्रेशन, फ्री वेबसाइट और तकनीकी सपोर्ट जैसी सुविधाओं का लालच देता था। शुरू में कुछ दिनों तक सॉफ्टवेयर चलता रहा, लेकिन बाद में न तो वह सही ढंग से काम करता और न ही कोई वादा पूरी तरह निभाया गया। पैसे मांगे तो दिए बाउंस चेक व्यवसायियों का आरोप है कि जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने पैसे वापस मांगने शुरू किए, तो विक्रम कुमार ने चेक दे दिए। लेकिन बैंक में जमा करते ही सभी चेक बाउंस हो गए। इसके बाद पीड़ितों ने बांका टाउन थाना में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई। एक-एक दुकानदार से हजारों-लाखों की वसूली टाउन थाना में दिए गए आवेदन में व्यवसायी मयंक मिंकू ने बताया कि वर्ष 2018 में विक्रम कुमार ने उन्हें बिलिंग सॉफ्टवेयर बेचा था और लाइफटाइम लाइसेंस के नाम पर 16 हजार रुपए लिए। इसके बाद सॉफ्टवेयर अपडेट और सुधार के नाम पर पिछले तीन वर्षों में अलग-अलग समय पर करीब 50 हजार रुपए और वसूले गए। जांच में सामने आया है कि यह अकेला मामला नहीं है। मयंक मिंकू ने बताया कि आरोपी ने शिवम टेलिकॉम से 1 लाख 20 हजार रुपए, बिनय वीडियो से 38 हजार रुपए का मोबाइल, साइट और सॉफ्टवेयर के नाम पर 30 हजार रुपए, भगत ऑप्टिकल्स से 1 लाख रुपए, बौंसी के काजल स्टूडियो से करीब 5 लाख रुपए सहित कई अन्य दुकानदारों से नकद और सामान की ठगी की है। हर महीने होती रही वसूली बताया जा रहा है कि विक्रम कुमार पिछले दो सालों से लगातार बांका के व्यवसायियों के साथ धोखाधड़ी कर रहा था। उसने सालाना पैकेज, सॉफ्टवेयर रिन्यूअल और तकनीकी सपोर्ट के नाम पर दुकानदारों से हर महीने पैसे वसूलने की व्यवस्था बना रखी थी। कई छोटे दुकानदार लगातार भुगतान करते रहे, लेकिन बदले में उन्हें कोई ठोस सेवा नहीं मिली। गिरफ्तारी के बाद खुल सकती है ठगी की परतें गोड्डा पुलिस द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब इस पूरे नेटवर्क के खुलने की उम्मीद जताई जा रही है। आशंका है कि ठगी का यह खेल सिर्फ इन तीन जिलों तक सीमित नहीं रहा होगा, बल्कि अन्य जिलों में भी इसके पीड़ित हो सकते हैं। एसपी बोले- रिमांड पर लेकर होगी गहन पूछताछ मामले को लेकर बांका के पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि आरोपी को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। इसके बाद ठगी से जुड़े पूरे नेटवर्क, पैसों के लेन-देन और अन्य सहयोगियों की भूमिका की जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, टाउन थाना प्रभारी जीबू कुमार ने कहा कि पीड़ित व्यवसायियों से आवेदन प्राप्त हुआ है। सभी बिंदुओं पर जांच कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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