अयोध्या हैदरगंज थाना क्षेत्र में सड़क जाम करने के मामले में पुलिस ने 9 नामजद और 20 से 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई उप निरीक्षक अरुण कुमार यादव की तहरीर पर की गई है। प्रदर्शनकारी एक हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। यह घटना 17दिसंबर की शाम करीब 5:30 बजे हुई, जब मृतक विजय श्याम पुत्र रामनेवल निवासी ग्राम रखौना के घर के पास भीड़ जमा हुई। मृतक की भांजी उमा विश्वकर्मा के उकसाने पर, दीपक चंद, जयप्रकाश, शिव प्रसाद, रामवती, नीलम, राजेश सभी रखौना निवासी और संजय ग्राम दुबे का पुरवा भोपाडुहिया निवासी सहित लगभग 25-30 अज्ञात महिला-पुरुषों ने रखौना चौराहे पर बिना अनुमति के प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के खिलाफ नारे लगाए और मृतक के शव को सड़क पर रखकर लगभग दो-तीन घंटे तक धरना दिया। उनकी मांग थी कि हत्या के आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। इस दौरान वे लगातार पुलिस विरोधी नारे लगाते रहे। इस प्रदर्शन के कारण धोबना चौराहा और फुलौना रोड पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। सड़क पर आने-जाने वाले वाहनों, राहगीरों और एम्बुलेंस में लेटे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। आम जनता को असुविधा हुई, और सवारी वाहनों में बैठी महिलाएं व बच्चे चीखने-चिल्लाने लगे, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। प्रदर्शनकारियों की नारेबाजी से सरकारी कार्य भी बाधित हुआ। प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी कि यदि चार घंटे के भीतर गिरफ्तारी नहीं हुई, तो वे थाने का घेराव करेंगे। घटनाक्रम की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई और अतिरिक्त पुलिस बल व मजिस्ट्रेट की मांग की गई। इसके बाद थाना प्रभारी बीकापुर, थाना प्रभारी तारुन,नायब तहसीलदार बीकापुर और सीओ बीकापुर अपने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उच्चाधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए रखौना चौराहे की सुरक्षा और जनता की जानमाल की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया।18 दिसंबर को भी प्रदर्शनकारी मृतक का शव घर पर रखकर अंतिम संस्कार न करने की धमकी देते थे। फिलहाल पुलिस ने हत्या के आरोपी अरुण चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
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