बिक्रम थाना के तत्कालीन थानेदार विनोद कुमार के विदाई समारोह में बालू माफिया, शराब माफिया और जमीन माफिया जुटे थे। इनसे विनोद ने गिफ्ट भी लिया था। समारोह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सिटी एसपी पश्चिमी भानू प्रताप सिंह ने जांच का आदेश दिया था। एसपी ने कहा कि जांच में थानेदार दोषी पाए गए हैं। उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही एसएसपी को कार्रवाई करने के लिए लिखा गया है। विनोद ने इन माफियाओं से कितने का गिफ्ट लिया, इसकी जांच होगी। सूत्रों की मानें तो वरीय अधिकारी विनोद के कार्यकाल की समीक्षा कर रहे हैं। अब उनकी संपत्ति की भी जांच हो सकती है। 12 दिसंबर को पटना जिले के 46 थानों को नए थानेदार मिले थे। कई थानेदारों को काम की समीक्षा के बाद थानेदारी से हटा दिया गया था। बिक्रम के तत्कालीन थानेदार विनोद कुमार को भी थानेदारी से हटाकर पुलिस लाइन भेज दिया गया था। जांच में आया कि विदाई समारोह में कई अवांछित लोग मौजूद थे। इनमें तीन प्रमुख माफिया थे, जिसकी चर्चा सोशल मीडिया में थी। सिटी एसपी ने कहा कि एक माफिया की संपत्ति जब्ती की अनुशंसा की गई है और मामला अभी कोर्ट में है। ऐसे लोग थानेदार के विदाई समारोह में पहुंचते हैं तो जनता के विश्वास को ठेस पहुंचता है। विदाई समारोह में एक डीएसपी भी शामिल हुए थे। इलाके में डीएसपी और थानेदार को लेकर कई तरह की चर्चा भी है। हालांकि सिटी एसपी ने कहा कि डीएसपी से इस बाबत पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि जब उन्हें माफियाओं के शामिल होने की जानकारी मिली तब वे वहां से निकल गए।
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