उन्नाव का यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी। इस वक्त यूपी समेत देशभर में इसी नाम की चर्चा है। वजह- ईडी की छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का मिलना। ईडी ने अनुराग से जुड़ी 10 जगहों पर एक साथ छापेमारी की। खाते के 3 करोड़ कैश फ्रीज कर दिए। 4 लग्जरी गाड़ियां जब्त कर लीं। घर से मिला 20 लाख कैश अपने साथ ले गए। दुबई में रियल स्टेट में किए गए निवेश संबंधी कागज की भी पड़ताल की। ये सब जब हो रहा था, तब दुबई में बैठे अनुराग ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘जिन्हें इतना टैक्स दिया, आज देखा, हर तरफ वही तलवार और भाला लेकर खड़े हैं।’ आखिर अनुराग इतनी जल्दी इतना पैसेवाला कैसे बन गया? कहां पढ़ाई की, कितना पढ़ा? इतना पैसा कमाने के बाद गांव में क्या कुछ किया? गांव के लोग क्या कहते हैं? पिता आखिर छापेमारी के पीछे दुबई वाली आलीशान शादी की ही बात क्यों करते हैं? इन तमाम सवालों को जानने और समझने दैनिक भास्कर की टीम अनुराग के घर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… घर के चारों तरफ बाउंड्री, कोई बाहर नहीं निकला
उन्नाव जिला मुख्यालय से करीब 27 किलोमीटर दूर नवाबगंज कस्बा है। लखनऊ और कानपुर से यह जगह करीब 40-40 किलोमीटर की दूरी पर पड़ती है। यहीं अनुराग द्विवेदी के पिता लक्ष्मीनाथ द्विवेदी की मां दुर्गा नाम से मेडिकल स्टोर है। ये दुकान 2005 के आसपास खुली थी। यहीं से 3 किलोमीटर दूर खजूर गांव है, इसी गांव में अनुराग का घर है। गांव में 20-25 घर हैं। इनमें ज्यादातर घर दलित वर्ग के हैं। अनुराग का घर करीब 3 बीघे में है। चारों तरफ से 10-10 फिट की बाउंड्री की गई है। उस बाउंड्री के जरिए कोई अंदर न जा पाए, इसलिए कांच लगाया गया है। मुख्य गेट करीब 20 फिट ऊंचा है। सीसीटीवी भी लगाया गया है। हमने दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई, लेकिन गेट नहीं खुला। अंदर कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन वो मीडिया से कोई बातचीत नहीं करना चाहते थे। वह अंदर से ही कहते कि अनुराग यहां नहीं है। हम लोग इस पूरे मामले पर कुछ नहीं जानते। 9वीं तक पढ़ाई की, फिर एप पर टीम बनाने लगा
अनुराग को लेकर आसपास के लोग कुछ भी बोलने को लेकर बचते हैं। उन्हें डर है कि कैमरे पर बोलेंगे तो कहीं ऐसा न हो कि ईडी पूछताछ के लिए बुला ले। ऑफ कैमरा बातचीत करने पर कई जानकारी मिली। अनुराग ने 8वीं तक की पढ़ाई लखनऊ के सीएमएस स्कूल से की। 9वीं में एडमिशन करवाया, लेकिन पढ़ाई नहीं की। इसके बाद उन्नाव के आदर्श विद्या मंदिर में एडमिशन करवा लिया। यहां भी स्कूल नहीं गया। इसके बाद जेपी कॉन्वेंट स्कूल में एडमिशन करवाया और 9वीं की पढ़ाई की। 10वीं में यहां भी स्कूल जाना बंद कर दिया। जब बोर्ड के रिजल्ट आए, तब पता चला कि अनुराग ने पढ़ाई छोड़ दी है। अनुराग जब भी गांव आता, तो लोगों से मिलता था। इस वक्त आसपास गांव के कुछ लड़के खजूर गांव में पहुंचे थे। वह बताते हैं- हम बस वीडियो देखते थे, उसी से जानते थे। वह अक्सर बड़ी-बड़ी गाड़ियों से आता और आसपास के गांव में घुमाता था। हालांकि, हम लोग कभी सामने से नहीं बोलते थे। लगता था कि ये तो बहुत अमीर है, कैसे बात कर पाएंगे। अनुराग के घर के बाहर बैठी एक महिला कहती हैं- ये लोग दबंग स्वभाव के हैं। इनके गेट के पास मेरी जमीन थी, इन लोगों ने कब्जा कर लिया। हमने पुलिस में शिकायत की, लेकिन इन लोगों ने पैसे के दम पर सब मैनेज कर लिया। अब मेरी ही जमीन पर बाउंड्री खींच ली है। हमने कहा कि आसपास के लोगों ने आपकी मदद नहीं की? वह कहती हैं- इनके पास बहुत पैसा है, ये सबको पैसा दे-देकर चुप करवा देता है। चाचा के घर चोरी करके फोन खरीदा
हम गांव से वापस नवाबगंज कस्बे में आए। यहां हमारी मुलाकात अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ से हुई। हमने उनसे पूछा अनुराग ने कैसे यह सब शुरू किया? वह कहते हैं- अनुराग जब छोटा था, तब इसने अपने चाचा की एक सोने की चेन चुराई थी। उसे बेचकर इसने मोबाइल खरीदा था। एक दिन हमने इसे मोबाइल के साथ पकड़ा, तभी एक और लड़के ने कहा कि आपका बेटा तो बहुत मशहूर है। इन्हें साढ़े 3 हजार लोग जानते हैं। ये साढ़े तीन हजार लोग उस वक्त यूट्यूब पर उसके सब्सक्राइबर थे। हमको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बेटे पर हो रही कार्रवाई को लेकर पूछने पर वह कहते हैं- मेरे बेटे ने पिछले महीने दुबई में जो शादी की। वह बहुत सारे लोगों को खटक रही है। उसी बात को लेकर लोग शिकायत कर रहे। इसी के चलते कार्रवाई हो रही। मैंने बेटे को पहले भी कहा था कि इतना दिखावा सही नहीं है, लेकिन वह नहीं माना। वह हमेशा कहता था कि हमारा सब कुछ तो खुला है, कुछ भी छिपा नहीं है। हम तो इनकम टैक्स देते हैं, हमें कुछ नहीं होगा। लेकिन, आज जांच हो रही है, हालांकि टीम को हमारे यहां से कुछ भी नहीं मिला है। शादी में 100 लोग गए, पासपोर्ट भी अनुराग ने बनवाया
अनुराग ने 21 नवंबर, 2025 को शादी की। अनुराग ने ये शादी दुबई के क्वीन एलिजाबेथ होटल-टू में रखी। ये एक क्रूज है। यानी चलता-फिरता जहाज। अनुराग ने इस शादी में करीब 100 लोगों को शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। जिन लोगों के पास पासपोर्ट नहीं था, उनका पासपोर्ट भी बनवाया गया। शादी का यह टूर सिर्फ एक दिन का नहीं था। जो लोग भी यहां से गए थे, 5 दिन तक वहीं रहे। उनके रहने-खाने और घूमने की पूरी व्यवस्था पहले से ही तय थी। वहां से लौटने के बाद इन लोगों ने शादी की जमकर तारीफ की। नवाबगंज में ही श्याम कश्यप और राजकुमार मिले। ये दोनों अनुराग की दुकान के पास ही फल की दुकान लगाते हैं। कहते हैं- अनुराग की शादी की चर्चा तो पूरे इलाके में थी। लोग तो कहते हैं कि 5 जहाज लखनऊ से बुक करके दुबई गए थे। उसमें सब उनके परिवार के लोग और अनुराग के दोस्त गए थे। जब सब लोग आए थे, तब फोटो और वीडियो दिखा रहे थे। अनुराग बोला- हमने इतना कुछ किया, हमारी ही गाड़ी उठा ले गए
इस पूरे मामले को लेकर हमने दुबई में रह रहे अनुराग द्विवेदी से वॉट्सऐप पर बात की। अनुराग बहुत सारी चीजें बताता है। कहता है- ये जो कार्रवाई हो रही, वह गलत हो रही। इन्होंने इसके पहले आईपीएल के फाइनल वाले दिन भी छापेमारी की थी, लेकिन इन्हें कुछ भी नहीं मिला था। कोलकाता के एक मामले में किसी ने मेरा नाम ले लिया तो अब कार्रवाई हो रही है। जबकि मैं तो उस व्यक्ति को जानता तक नहीं कि वह कौन है और कैसे मेरा नाम आ गया। मैंने जो भी पैसे लिए वह सभी रजिस्टर्ड कंपनियों से लिए हैं। ऐप तो अभी दो महीने पहले ही बंद हुए हैं। पहले तो सभी वैध ही थे। अनुराग को अपनी गाड़ियों की सबसे अधिक चिंता है। वह कहते हैं- हमने सारी गाड़ियां अपनी कमाई से खरीदी थीं। हमने पूछा कि गाड़ियों के खरीदने का क्रम क्या रहा? अनुराग बताता है- 25 फरवरी, 2019 को मैंने पहली बार डिजायर गाड़ी खरीदी थी। उस वक्त मेरे परिवार में कोई भी कार नहीं थी। इसके बाद मैं लखनऊ में रहने के लिए घर देखने गया था। वहां मुझे SSK शोरूम दिखा, वहां से मैंने बीएमडब्ल्यू खरीद ली। अनुराग बताता है- इसके बाद मैंने हर साल ही कोई न कोई गाड़ी खरीदी थी। दो साल में तो दो-दो गाड़ियां खरीदी थीं। हमने क्रम पूछा। अनुराग कहता है- BMW के बाद मैंने एंडेवर खरीदी थी। इसके बाद मर्सिडीज बेंज खरीद ली। इसके बाद थार की खूब चर्चा थी, इसलिए हमने भी थार खरीद ली। फिर BMW की जेड-4 स्पोर्ट्स कार ले ली। इसके बाद डिफेंडर ली। फिर लेंबोरगिनी खरीदी थी। पिछले साल मैंने डीएसके स्पोर्ट्स एंड मीडिया से मालिकाना हक छोड़ दिया। पैसे आना कम हो गया। लेंबोरगिनी की किश्त देनी थी, इसलिए मैंने डिफेंडर और BMW की जेड-4 गाड़ी को बेच दिया था। अनुराग का दावा, उन्नाव में सबसे ज्यादा टैक्स देता हूं
अनुराग के पिता ने दैनिक भास्कर से कहा कि पिछले 3 सालों में मेरे बेटे ने 5 करोड़ रुपए बतौर इनकम टैक्स सरकार को दिए। अगर कोई 5 करोड़ टैक्स दे रहा, तो स्वाभाविक है कि उसके पास 30-40 करोड़ की संपत्ति होगी। हमने अनुराग से इस सिलसिले में बात की। अनुराग का कहना था- हमने 5 करोड़ से कहीं ज्यादा टैक्स दिया है। विजन इलेवन से मुझे 5 करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन उसमें मेरे चाचा का पैन कार्ड लगा था। उन्होंने 2 करोड़ रुपए इनकम टैक्स भरा। उन्हीं के खाते में ये सारे पैसे आए थे। ईडी ने अपनी कार्रवाई के बाद एक प्रेस नोट जारी किया है। बताया कि अनुराग के उन्नाव, लखनऊ और दिल्ली समेत 10 ठिकानों पर छापेमारी की गई। अनुराग से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज किया गया है। इसमें करीब 3 करोड़ रुपए हैं। घर से 20 लाख रुपए मिले हैं। 4 करोड़ 18 लाख की लेंबोरगिनी समेत चार लग्जरी गाड़ियां जब्त की गईं। अवैध सट्टेबाजी से कमाए पैसे को हवाला के जरिए विदेश भेजने और दुबई में रियल स्टेट में निवेश करने को लेकर भी सबूत मिले हैं। ——————– ये खबर भी पढ़ें… यूट्यूबर से लैंबॉर्गिनी-मर्सिडीज समेत 10Cr की कारें जब्त, दुबई में शादी के बाद से ED की नजर थी यूपी के उन्नाव जिले का यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर है। जांच एजेंसी ने उनकी लैंबॉर्गिनी, BMW, मर्सिडीज और थार जब्त की है। इन लग्जरी कारों की कीमत 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है। 25 साल के अनुराग और उनके घरवालों के सभी बैंक खाते सीज कर दिए हैं। पढ़ें पूरी खबर
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