दरभंगा के घनश्यामपुर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार और ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़े एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक के पास से एक देसी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस के साथ-साथ ऑनलाइन ठगी से संबंधित कई अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं। थाना अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार देर रात पुलिस सशस्त्र बल के साथ रात्रि गश्ती एवं वाहन जांच कर रही थी। इसी दौरान गुप्त सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के मुंगरा गांव का एक युवक अपने घर में अवैध हथियार रखकर ऑनलाइन फ्रॉड का धंधा संचालित कर रहा है। सूचना के बाद पुलिस ने गोविंद मुखिया के घर छापेमारी की सूचना के सत्यापन के बाद थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुंगरा गांव स्थित गोविंद मुखिया के घर पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान एक बक्से में छिपाकर रखी गई एक देशी पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए।पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार युवक गोविंद मुखिया के पुत्र श्रीकांत मुखिया के कब्जे से चार एटीएम कार्ड, पांच सिम कार्ड, दो बैंक पासबुक, चार बैंक चेकबुक, दो लैपटॉप और दो मोबाइल भी जब्त किए गए हैं। जब्त पासबुक और चेकबुक कर्नाटक के विभिन्न बैंकों से संबंधित बताए जा रहे हैं। भोपाल से मुख्य सरगना नेटवर्क को कर रहा था ऑपरेट पुलिस जांच में ये भी सामने आया है कि ऑनलाइन फ्रॉड गिरोह का मुख्य सरगना भोपाल से इस पूरे नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था। यह गिरोह ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म, खासकर ड्रीम11 के माध्यम से ठगी करता था। आरोप है कि गेम में पैसा लगाने वाले लोगों के खातों से अवैध रूप से राशि काटकर अन्य खातों में ट्रांसफर की जाती थी। गिरोह की कई दिनों से तलाश थी, लोकेशन नहीं मिल पा रहा था थाना अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस को काफी दिनों से इस गिरोह की तलाश थी, लेकिन सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। गुप्त सूचना के आधार पर आखिरकार इस गिरोह तक पहुंच बनाई गई।पुलिस ने पूछताछ के आधार पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तार युवक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि वह किन-किन आपराधिक घटनाओं या ऑनलाइन ठगी के मामलों में संलिप्त रहा है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोग कौन हैं। एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई थी। इस दौरान एक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। मामले में ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े साक्ष्य भी मिले हैं। पुलिस द्वारा प्राथमिक एफआईआर दर्ज कर ली गई है।गिरफ्तार युवक को आगे की कार्रवाई के लिए न्यायिक हिरासत भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि युवक ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से क्या गतिविधियां संचालित कर रहा था, किन-किन लोगों से संपर्क में था और यह नेटवर्क कहां से ऑपरेट हो रहा था—इन सभी बिंदुओं पर गहन पूछताछ की जा रही है। मामले से संबंधित सभी डिजिटल डाटा साइबर टीम को सौंप दिया गया है, जिसकी तकनीकी जांच की जाएगी। जांच के दौरान यदि अन्य लोगों की संलिप्तता पाई जाती है तो उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए हर पहलू की जांच कर रही है।
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