भोजपुर में छुट्टी पर आए एक हवलदार की धारदार हथियार से गला रेतकर शुक्रवार की देर रात हत्या कर दी गई। मृतक झारखंड के हजारीबाग के एक थाने में हवलदार कम ड्राइवर के पोस्ट पर तैनात थे। 10 दिन बाद जनवरी में वे रिटायर होने वाले थे। बताया जा रहा है कि रविवार को उनके घर में लाखों रुपए की चोरी हुई थी। इसी सिलसिले में हवलदार सोमवार को अपने घर आए थे। वो एक दो दिन में वापस लौटने वाले थे। शुक्रवार की रात को अपने कमरे में अकेले सो रहे थे, तभी किसी ने धारदार हथियार से उनकी हत्या कर दी। वारदात चांदी थाना क्षेत्र के भगवतपुर गांव की है। मृतक की पहचान 60 साल के पशुपति नाथ तिवारी के रूप में हुई है। वारदात की जानकारी के बाद घटनास्थल पर पहुंची चांदी थाना की पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और जांच पड़ताल में जुट गई। सुबह करीब 11 बजे के बाद पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजन के हवाले कर दिया गया। भाई बोले- दाएं हाथ का अंगूठा भी काट ले गए अपराधी वारदात के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचे मृतक पशुपति नाथ तिवारी के छोटे भाई भारत भूषण तिवारी ने बताया कि मेरे भाइया झारखंड पुलिस में थे। हजारीबाग में एक थाना में हवलदार कम ड्राइवर के पोस्ट पर थे। अगले महीने रिटायर होने वाले थे। भरत ने बताया कि पिछले रविवार को भइया के घर में लाखों रुपए की चोरी हुई थी। चोरी की खबर सुनकर भइया घर आए थे। चार दिन से घर पर ही थे। एक दो दिन में उन्हें जाना था। शुक्रवार की देर शाम हम दोनों भाई एक साथ बैठकर अलाव सेंक रहे थे। इसके बाद भइया अपने घर में सोने चले गए। भरत ने बताया कि भइया पशुपति नाथ तिवारी ने साल 1989 में नौकरी ज्वाइन की थी। घर में पत्नी मणि देवी रहती हैं, जबकि पशुपति नाथ तिवारी काम के सिलसिले में झारखंड के हजारीबाग रहते थे। महीने दो महीने में उनका आना जाना लगा रहता था। पशुपति नाथ तिवारी और मणि देवी के दो बच्चे विशाल और प्रियंका है। दोनों की शादी हो चुकी है, दोनों बाहर रहते हैं। भरत ने ये भी बताया कि रात को अलाव सेंकने के बाद मैं अपने घर आकर सो गया। सुबह करीब 4 बजे भाभी आई और घटना की जानकारी दी। मैं घटनास्थल पर पहुंचा तो देखा कि भइया का तकिया खून से सना हुआ था। उनके दाएं हाथ का अंगूठा भी अपराधी काटकर ले गए थे। मृतक के गले पर 2 इंच गहरा 10 इंच लंबा घाव मृतक के भाई ने बताया कि भाई का पूरा गर्दन रेता हुआ था। करीब 10 इंच लंबा और 2 इंच गहरा घाव था। भाई के दाएं हाथ का एक अंगूठा भी गायब है। आशंका है कि फिंगर प्रिंट के लिए भइया का अंगूठा काटा गया है। हम लोगों को तो किसी से किसी तरह के विवाद की जानकारी नहीं है। अब इस वारदात को किसने और क्यों अंजाम दिया, ये पुलिस जांच करे। उधर, वारदात की जानकारी मृतक के बेटे और बेटी को दे दी गई है। दोनों गांव के लिए रवाना हो गए हैं। फिलहाल, पुलिस ने मृतक की पत्नी को थाना में रखा है, उनसे पूछताछ कर रही है। मृतक का अंगूठा काटा जाना साजिश का संकेत चांदी थाना के SHO राजेश रोशन ने बताया कि सुबह परिवार की ओर से वारदात की सूचना दी गई थी। पुलिस टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। मृतक झारखंड पुलिस में थे। उनकी लाश बिस्तर पर पड़ी थी और पूरा बिस्तर खून से सना हुआ था। मृतक के दाएं हाथ का अंगूठा भी गायब है, जो किसी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। फिलहाल, मृतक की पत्नी से पूछताछ की जा रही है, जानकारी जुटाई जा रही है। पूछताछ में अब तक सामने आया है कि मृतक की पत्नी अलग कमरे में जबकि पशुपति नाथ तिवारी अलग कमरे में सो रहे थे। हालांकि, हत्या को किसने और क्यों अंजाम दिया है, ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। वारदात के संबंध में सदर एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार ने बताया कि पशुपति नाथ तिवारी साल 2026 में रिटायर होने वाले थे। रविवार को यहां आए थे। देर रात पशुपति नाथ तिवारी की गला रेतकर हत्या की गई है। जांच पड़ताल की जा रही है।
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