उन्नाव के चर्चित यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अनुराग द्विवेदी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने लखनऊ, उन्नाव और दिल्ली में एक साथ 10 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान विभिन्न खातों में करीब 3 करोड़ रुपए की कैश फ्रीज किया। 20 लाख रुपए नकद बरामद किए। 4 करोड़ 18 लाख कीमत की लैंबॉर्गिनी उरुस और मर्सिडीज, ऑडी जैसी 4 लग्जरी कारें जब्त की गई हैं। कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं। दस्तावेजों की जांच के दौरान ईडी को पता चला है कि अवैध सट्टेबाजी से अर्जित रकम को हवाला चैनलों के जरिए विदेश भेजा गया और उससे दुबई में रियल एस्टेट में निवेश किया गया। जांच में इससे जुड़े पुख्ता सबूत मिलने की बात कही जा रही है, जो अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग की ओर इशारा करते हैं। अब ईडी यूट्यूबर अनुराग को दुबई से भारत लाने की तैयारी कर रही है। यहां लाने के बाद अनुराग से उसके नेटवर्क और संपत्ति के ब्यौरे के बारे में विस्तृत रूप से पूछताछ की जाएगी। इससे पहले ईडी के कोलकाता जोनल ऑफिस की टीम ने उन्नाव के नवाबगंज कस्बे से तीन किलोमीटर दूर खजूर गांव निवासी अनुराग द्विवेदी से जुड़े कुल 10 ठिकानों पर तलाशी ली। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप और हार्ड डिस्क बरामद हुईं, जिनकी जांच की जा रही है। पहले पढ़िए कैसे सामने आया नेटवर्क….
इस केस की शुरुआत पश्चिम बंगाल पुलिस की एफआईआर से हुई थी। जांच में सामने आया कि सोनू कुमार ठाकुर और विशाल भारद्वाज सिलीगुड़ी से संगठित ऑनलाइन सट्टेबाजी पैनल चला रहे थे। यह गिरोह फर्जी बैंक खातों, टेलीग्राम चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए जुआ-सट्टा चला रहा था। प्रमोशन कर नेटवर्क बढ़ाने का आरोप
ईडी के अनुसार अनुराग द्विवेदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइट्स का प्रचार किया। वह प्रमोशनल वीडियो बनाकर लोगों को इन ऐप्स से जोड़ता था। इसके बदले उसे बड़ी रकम मिली, जिसे उसने अपने और परिजनों के खातों में ट्रांसफर कराया। समन के बावजूद पेश नहीं हुआ
ईडी ने बताया कि अनुराग द्विवेदी को जांच में शामिल होने के लिए कई बार समन भेजे गए, लेकिन वह एक बार भी पेश नहीं हुआ। एजेंसी अब उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर और प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि वह फिलहाल दुबई में रहकर नेटवर्क चला रहा था। पहले भी 23.7 करोड़ की संपत्ति अटैच
ईडी इस मामले में पहले ही 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले एजेंसी ने करीब 23.7 करोड़ रुपए की संपत्ति फ्रीज/अटैच की थी। 1 अगस्त 2025 को विशेष PMLA कोर्ट, कोलकाता में अभियोजन शिकायत भी दाखिल की जा चुकी है। ईडी का कहना है कि जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। अनुराग का तंज- जिन्हें टैक्स दिया, आज वही तलवार लेकर खड़े अनुराग द्विवेदी ने एजेंसी का नाम लिए बिना कार्रवाई पर तंज कसा है। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा- सफर यहां तक आसान नहीं था। एक नहीं, दो नहीं, करोड़ों ने हाथ खींचे। किसी ने पैर, किसी ने दिल, दिमाग, शरीर, आत्मा… सब पर जोर लगाया। संघर्षों के रास्ते चुने। खुद के लिए कभी जिया ही नहीं, मेरे साथी पास थे। जबकि बड़े-बड़े टेबल पर ऑफर पड़े थे। 2025 में विभाग को मुझसे न जाने क्या समस्या हुई, जिन्हें इतना टैक्स दिया। आज देखो, हर तरफ वही तलवार और भाला लेकर खड़े हैं। उन्हें अपनी मजबूरी कैसे बताऊं, अपनी जरूरतें कैसे जताऊं… जब सही चीज़ को गलत साबित करने पर वो अड़े हों। कैसे ED के रडार पर आया, कहां से की अकूत कमाई 4 पॉइंट में जानिए ED की छापेमारी अनुराग के करीबी भी रडार पर, 3 एंगल पर ED की जांच अब जानिए यूट्यूबर अनुराग के बारे में… अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ द्विवेदी ग्राम प्रधान रह चुके हैं। घर में मां मंजू देवी और बहन कोमल हैं। कोमल की शादी करीब तीन साल पहले हो चुकी है। अनुराग ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। साल 2017-18 के दौरान अनुराग द्विवेदी गांव में ही रहता था। इसी बीच वह क्रिकेट मैचों के सट्टेबाजों के संपर्क में आ गया। इसमें उसने लाखों रुपए गंवा दिए। जब यह बात उसके परिवार वालों को पता चली, तो पिता ने उसे कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद अनुराग नवाबगंज में रहने वाले अपने दोस्त संजीत कुमार के साथ दिल्ली चला गया। यहीं से उसका जीवन बदला और वहां से दुबई चला गया। लखनऊ में प्रोग्राम कर बढ़ाई फैन फॉलोइंग
अनुराग द्विवेदी के यूट्यूब चैनल पर 7 मिलियन सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 2.4 मिलियन फॉलोअर हैं। इन्हीं फॉलोअर्स के दम पर अनुराग ने 7 जनवरी, 2024 को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में “तू कर लेगा” नाम से अपना पहला ग्रैंड मीट-अप किया। इस कार्यक्रम में 500 से ज्यादा फैंटेसी क्रिकेटप्रेमियों के शामिल होने का दावा किया गया। इस कार्यक्रम ने अनुराग की ब्रांड वैल्यू और फैन फॉलोइंग बढ़ा दी। एक साल पहले लॉरेंस गैंग ने दी जान से मारने की धमकी ———————— ये खबर भी पढ़िए बेटी को छुआ तो मां ने प्रेमी को मार डाला:कानपुर में बोली- मेरा खून खौल उठा था; 49 दिन बाद युवक का कंकाल मिला ‘गोरेलाल के साथ मेरे अवैध संबंध थे। लेकिन वह मेरी 13 साल की बेटी पर बुरी नजर रखता था। कहता था कि मुझे तुम्हारी बेटी के साथ शारीरिक संबंध बनाने हैं। मैंने जब मना किया तो उसने धमकी दी। कहने लगा- तेरे इकलौते बेटे को मारकर फेंक दूंगा। एक दिन उसने मेरी बेटी को बैड टच किया। यह देखकर मेरा खून खौल उठा। मैंने उसी पल गोरेलाल को खत्म करने का मन बना लिया। मैंने अपने भतीजे ईशू को बुलाया। गोरेलाल को शराब पिलाई। फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव को जंगल में फेंक दिया।’ यह कबूलनामा है कि चौबेपुर की रहने वाली लक्ष्मीदेवी गौतम का। पुलिस ने उसे और उसके भतीजे को अरेस्ट किया है। दोनों ने मिलकर 49 दिन पहले गोरेलाल का मर्डर किया था। पुलिस ने दोनों की निशानदेही से चौबेपुर के जंगल से गोरे लाल का कंकाल बरामद किया है। पढ़िए पूरी खबर…
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