भास्कर न्यूज | शाहपुर पटोरी शहर में प्रतिदिन लगने वाले भीषण सड़क जाम से निजात दिलाने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के प्रवेश पर समयबद्ध प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन जमीनी स्तर पर इस नियम का खुलेआम उल्लंघन होता देखा जा रहा है। इससे आम नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है और सवाल उठने लगे हैं कि आखिर नियमों का पालन कौन कराएगा। प्रशासनिक आदेश के अनुसार नगर परिषद क्षेत्र के पटोरी बाजार में सुबह 10:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित है। इस संबंध में नगर परिषद के सभी प्रवेश द्वारों पर सूचना बोर्ड भी लगाए गए हैं, ताकि वाहन चालकों को स्पष्ट जानकारी मिल सके। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले भारी वाहन चालकों के विरुद्ध नियम संगत कार्रवाई की जाएगी और उन्हें दंड का भागी बनाया जाएगा। गौरतलब है कि यह निर्णय पटोरी के एसडीओ विकास कुमार पांडेय एवं डीएसपी वीरेंद्र कुमार मेधावी की संयुक्त अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया था। बैठक में शहर की गंभीर जाम समस्या पर चर्चा करते हुए यह निष्कर्ष निकाला गया कि दिन के समय बड़े वाहनों के प्रवेश से यातायात पूरी तरह बाधित हो जाता है। इसी क्रम में सड़क जाम संघर्ष समिति द्वारा भी भारी वाहनों पर समयबद्ध रोक लगाने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे प्रशासन ने स्वीकार किया। बैठक में इस आदेश के प्रभावी क्रियान्वयन के तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। इसमें नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार, पटोरी के अंचलाधिकारी अभिषेक कुमार तथा पटोरी थानाध्यक्ष अनिल कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। आदेश के आलोक में नगर परिषद के ईओ द्वारा प्रतिबंध संबंधी बोर्ड लगवाकर वाहन चालकों को आगाह भी कर दिया गया। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि आदेश जारी होने के बावजूद कई बार निर्धारित समय के भीतर ही भारी वाहनों का आवागमन बाजार क्षेत्र में देखा जा रहा है, जिससे जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है। ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि जिन अधिकारियों को इस नियम के पालन की जिम्मेदारी दी गई थी, वे इस पर कितनी गंभीरता से कार्रवाई कर रहे हैं। नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि नियमों का सख्ती से पालन कराया जाए।
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