कुशाग्र हत्याकांड में जियो और एयरटेल के नोडल अधिकारियों के खिलाफ वारंट जारी होने के बाद शुक्रवार को दोनों कंपनियों के अफसर एडीजे–11 सुभाष सिंह की कोर्ट में पेश हुए। जहां उन्हाेंने 30 अक्टूबर को कुशाग्र, पीड़ित परिजनों और आरोपियों के बीच मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की कॉल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) साबित की। इस दौरान आरोपियों के अधिवक्ताओं ने भी अफसरों से जिरह पूरी की। मामले में अगली सुनवाई 23 दिसंबर को होगी। 30 अक्टूबर 2023 को हुई थी हत्या 30 अक्टूबर 2023 को रायपुरवा निवासी जयपुरिया स्कूल हाईस्कूल छात्र कुशाग्र कनोडिया की कोचिंग जाते समय अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में कुशाग्र की ट्यूशन टीचर रचिता वत्स, उसका प्रेमी प्रभात शुक्ला और साथी शिवा गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों की निशानदेही पर शव प्रभात शुक्ला के घर से बरामद किया गया था। एडीजीसी भास्कर मिश्रा ने बताया कि घटना के दिन आरोपियों और कुशाग्र के बीच हुई बातचीत की कॉल डिटेल रिकॉर्ड कोर्ट में पेश की गई थी, जिसमें जियो और एयरटेल कंपनी के नोडल अधिकारियों को गुरुवार को आना था, लेकिन वह कोर्ट नही पहुंचे। आरोपियों के वकीलों ने पूरी की जिरह जिस पर कोर्ट ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए दोनों नोडल अधिकारियों के खिलाफ 20 हजार रुपये का बी वारंट जारी कर व्यक्तिगत रूप से हाजिर होने का आदेश दिया था। शुक्रवार को जियो व एयरटेल के नोडल अफसर रवि सक्सेना और कौशलेंद्र त्रिपाठी बयान दर्ज कराने पहुंचे। उन्होंने घटना के दिन कुशाग्र और हत्यारोपियों व पीड़ित परिजनों से हुई बातचीत के काल डिटेल रिकार्ड को साबित कराया। जिसके बाद रचिता वत्स, प्रेमी प्रभात शुक्ला व शिवा गुप्ता के अधिवक्ताओं ने अधिकारियों से जिरह पूरी की।
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