गोरखपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने उच्च शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया। बड़ी संख्या में एबीवीपी कार्यकर्ता कार्यालय के सामने सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ देर बाद क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. उदयभान यादव बाहर आए और कार्यकर्ताओं से मिलने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं ने वहीं बैठकर अपनी बात रखने की बात कही। इसके बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एक-एक कर अपनी मांगें सामने रखीं। ABVP की मांगें: 1. सभी प्रकार की कोचिंग संस्थानों का जिला स्तर पर पंजीकरण अनिवार्य किया जाए और बिना पंजीकरण चल रही कोचिंग पर कार्रवाई हो।
2. कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों की योग्यता, अनुभव और पहचान की जांच कर उनकी सूची सार्वजनिक की जाए।
3. कोचिंग संस्थानों में सुरक्षित भवन, अग्निशमन व्यवस्था, आपात निकास, स्वच्छता और तय क्षमता का पालन सुनिश्चित किया जाए।
4. कोचिंग की फीस, रिफंड नियम, किस्तों की शर्तें और अतिरिक्त शुल्क पूरी पारदर्शिता के साथ प्रदर्शित किए जाएं।
5. “100% चयन” और “गारंटीड नौकरी” जैसे भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाकर सख्त कार्रवाई की जाए।
6. कोर्स की अवधि, सिलेबस और अध्ययन सामग्री पहले से स्पष्ट हो तथा अवैध कॉपी सामग्री पर कार्रवाई हो।
7. छात्रों की शिकायत के लिए हर कोचिंग और जिला स्तर पर प्रभावी शिकायत निवारण व्यवस्था बनाई जाए।
8. उच्च शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में समिति बनाकर कोचिंग संस्थानों का नियमित निरीक्षण कराया जाए।
9. पंजीकृत कोचिंग संस्थानों की पूरी जानकारी वेबसाइट और नोटिस बोर्ड पर सार्वजनिक की जाए।
10. नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग संस्थानों पर जुर्माना, पंजीकरण निरस्तीकरण और सीलिंग की कार्रवाई हो।
11. महाविद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारी जाए और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का पालन सुनिश्चित किया जाए।
12. कॉलेजों में प्रयोगशाला, पुस्तकालय और इंटरनेट जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
13. छात्रों को छात्रवृत्ति समय पर और पारदर्शी तरीके से प्रदान की जाए दैनिक भास्कर से बातचीत में एबीवीपी महानगर मंत्री अभिषेक मौर्य ने कहा कि शिक्षा विभाग में शैक्षणिक अराजकता और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि परिसर आधारित शिक्षा प्रणाली को खत्म किया जा रहा है, जिससे छात्रों को नुकसान हो रहा है। साथ ही कोचिंग संस्थानों द्वारा मनमानी फीस वसूली की जा रही है, जिसे तुरंत रोका जाना चाहिए। अभिषेक मौर्य ने कुछ कोचिंग संस्थानों के नाम भी गिनाए और उन पर तय मानकों के अनुसार सुविधाएं न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोमेंटम, कारगिल गुरुकुल, स्टार पीएमटी, फिजिक्सवाला जैसी कई कोचिंग संस्थाएं खुलेआम संचालित हो रही हैं, लेकिन वहां नियमों का पूरी तरह पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने आगे बताया कि शहर में सरकारी नौकरी, डिफेंस, मेडिकल, इंजीनियरिंग, विषय आधारित और प्रोफेशनल कोचिंग संस्थानों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इनमें से कई संस्थान बिना सही पंजीकरण, तय मानकों और पारदर्शिता के चल रहे हैं। इससे विद्यार्थियों पर पढ़ाई का दबाव बढ़ रहा है और आर्थिक व मानसिक रूप से भी उन्हें परेशानी हो रही है। प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी ने अपनी सभी मांगों को लेकर उच्च शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस पर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. उदयभान यादव ने कहा कि एबीवीपी द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में कोचिंग संस्थानों के मानकों की जांच कराई जाएगी और नियमों के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी। एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि शिक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ और अव्यवस्थित ढंग से चल रहे कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन आगे भी अपना आंदोलन जारी रखेगा।
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