मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज के लैप्रोस्कोपिक सर्जन और सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. प्रोबाल नियोगी ने एक बार फिर शहर का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर रोशन किया है। उन्हें रूसी सर्जनों की सोसाइटी रसियन सोसाइटी आर्फ सर्जन्स द्वारा आमंत्रित किया गया, ताकि वे भारत के उच्चस्तरीय शल्य चिकित्सक प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में मॉस्को में आयोजित कांग्रेस ऑफ़ रशियन सर्जन्स व्याख्यान दे सकें। यह पहली बार है जब रूस ने भारतीय सर्जनों को अपने वार्षिक सम्मेलन में आमंत्रित किया था। सम्मेलन में दोनों देशों के बीच सर्जरी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए एक एमओयू का प्रारूप तैयार किया गया। डॉ. नियोगी, जो एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (ASI) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और अंतर्रराष्ट्रीय मामलों के संयोजक हैं, के साथ इस प्रतिनिधिमंडल में वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. प्रवीण सुर्यवंशी (महाराष्ट्र) भी शामिल थे। रूसी सर्जनों की सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो. अलेक्सी वासिलीविच शाबुनिन ने कहा “भारतीय सर्जनों का गोली और युद्ध संबंधी चोटों के उपचार में अनुभव बेहद महत्वपूर्ण है। यह हमारे रक्षा और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्रों के लिए उपयोगी होगा।” दिसंबर में कोलकाता में होगा औपचारिक हस्ताक्षर यह एमओयू दिसंबर 2025 में कोलकाता में होने वाले एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की वार्षिक कॉन्फ्रेंस में औपचारिक रूप से हस्ताक्षरित किया जाएगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल को मॉस्को के 1800 बेड वाले बॉटकिन मल्टीडिसिप्लिनरी रिसर्च एंड क्लिनिकल सेंटर का दौरा भी कराया गया, जहां उन्होंने ट्रॉमा सर्जरी, कैंसर केयर और अन्य विशेष शाखाओं के निदेशकों से विचार-विमर्श किया। डॉ.प्रोबाल नियोगी ने कहा “यह मेरे लिए अत्यंत गर्व और भावनात्मक क्षण रहा कि मैं प्रयागराज और भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए रूस जैसे देश में भारतीय सर्जनों की उपलब्धियों को साझा कर सका। भारत में शल्य चिकित्सा का अनुभव और दक्षता विश्व स्तर पर सराही जा रही है। यह सहयोग आने वाले समय में दोनों देशों के बीच चिकित्सा अनुसंधान, प्रशिक्षण और आधुनिक तकनीक के आदान-प्रदान का नया अध्याय खोलेगा।”
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